यूपी डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Published by: प्रभापुंज मिश्रा
Updated Fri, 24 May 2019 03:06 PM IST
लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों पर सट्टा बाजार में 100 करोड़ दांव पर लगे थे। सट्टा बाजार और सटोरियों का अनुमान सटीक रहा और देश में प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा की एक बार फिर से सरकार बनी। इस चुनाव में सट्टा बाजार में भाजपा सभी की फेवरेट थी लेकिन ये 100 करोड़ का दांव मोदी पर खेला गया या भाजपा पर यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर पिछले ढ़ाई महीने से शहर में सट्टा बाजार गर्म था। सट्टा बाजार के कयास बिल्कुल सटीक रहे। शुरू से ही सट्टा बाजार में भाजपा की सरकार बनने का दावा किया जा रहा था और चुनाव के नतीजों ने उस पर मुहर लगा दी। शहर में चुनाव में सट्टा बाजार एक सौ करोड़ पार कर गया।
सट्टा बाजार में कानपुर शहर और अकबरपुर की सीट से भाजपा की जीत मानी जा रही थी। सटोरिये पचौरी की जीत के लिए सबसे अधिक आश्वस्त थे। यही वजह थी कि इस सीट पर एक रुपये 50 पैसे का भाव था। हालांकि अकबपुर सीट पर सटोरिये गठबंधन प्रत्याशी निशा सचान और भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र सिंह भोले केबीच थोड़ी टक्कर बता रहे थे, लेकिन यहां पर वैसा नजर नहीं आया।
पर, सट्टा बाजार में जीत देवेंद्र सिंह भोले की तय थी। सटोरियों के मुताबिक शुरू से ही कांग्रेस प्रत्याशी श्रीप्रकाश जायसवाल को लड़ाई में मान ही नहीं रहे थे। इसलिए उनका भाव एक रुपये थे, जबकि पचौरी का 50 पैसा। यानी की पचौरी की हार पर दो गुनी रकम चुकाने को सटोरिये तैयार थे। परिणामों में भी यही दिखाई दिया।
एक बड़े सटोरिए ने बताया कि इस बार चुनाव में सटोरियों का विदेशी नेटवर्क अधिक रहा। यही वजह है कि 70 फीसदी सट्टा ऑनलाइन लगाया गया। विदेश में बैठे सटोरिये भी भाजपा के पक्ष में ही दांव लगा रहे थे। सटोरिये के मुताबिक पिछले दो महीनों में एक सौ करोड़ रुपये से अधिक चुनाव पर सट्टा हुआ है।
सपा और बसपा का गठबंधन होने के बाद आम लोग भाजपा को कमजोर मान रहे थे, लेकिन सट्टा बाजार इसके इतर था। सटोरिये यहां भी भजापा पर विश्वास दिखा रहे थे। सट्टा बाजार में यूपी में भाजपा को 50 से 60 केबीच सीटें मिलने का अनुमान लगाया था। इसका भाव एक रुपये 75 पैसे था। 50 से अधिक सीटें आने पर दांव जीतने वाले को 75 पैसे मिलेंगे, जबकि हारने पर एक रुपये। परिणामों में सटोरिये सच साबित हुए।
लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों पर सट्टा बाजार में 100 करोड़ दांव पर लगे थे। सट्टा बाजार और सटोरियों का अनुमान सटीक रहा और देश में प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा की एक बार फिर से सरकार बनी। इस चुनाव में सट्टा बाजार में भाजपा सभी की फेवरेट थी लेकिन ये 100 करोड़ का दांव मोदी पर खेला गया या भाजपा पर यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर पिछले ढ़ाई महीने से शहर में सट्टा बाजार गर्म था। सट्टा बाजार के कयास बिल्कुल सटीक रहे। शुरू से ही सट्टा बाजार में भाजपा की सरकार बनने का दावा किया जा रहा था और चुनाव के नतीजों ने उस पर मुहर लगा दी। शहर में चुनाव में सट्टा बाजार एक सौ करोड़ पार कर गया।