हरदोई जिले में शहर कोतवाली क्षेत्र में हरदोई-सांडी मार्ग पर ग्राम मेढ़ूू के पास सड़क किनारे खड़े ट्रक में बाइक सवार दोस्त पीछे से जा घुसे। एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे ने लखनऊ ले जाते समय दम तोड़ दिया। बाइक सवार हेलमेट नहीं लगाए थे।
पुलिस ने रविवार को दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया। शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कृष्ण नगरिया निवासी सत्यम मिश्रा (26) ट्रैक्टर चालक था। वह मूल रूप से ग्राम मेढ़ू का निवासी था। शनिवार देर शाम वह मोहल्ला कृष्ण नगरिया निवासी दोस्त शोभित सक्सेना (23) के साथ बाइक से मेढ़ू गया था।
शनिवार देर रात वहां से वापस आते समय हरदोई-सांडी मार्ग पर सड़क किनारे खड़े ट्रक में पीछे से बाइक जा घुसी। बाइक चला रहे सत्यम की मौके पर ही मौत हो गई। राहगीरों की सूचना पर पहुंचे परिजनों और पुलिस की मदद से गंभीर रूप से घायल शोभित को जिला अस्पताल भेजा गया।
यहां चिकित्सक ने उसकी हालत गंभीर बताते हुए लखनऊ रेफर कर दिया। परिजन उसे लेकर लखनऊ जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। दोस्तों की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। दोनों के शव देर रात मोर्चरी में रखवा दिए गए और रविवार को पोस्टमार्टम कराया गया।
परिवार के इकलौते चिराग थे दोनों दोस्त
सत्यम की मौत की सूचना मिलते ही उसकी मां सुशीला बदहवास हो गई। उसे संभालना मुश्किल हो गया। सत्यम अपने परिवार का इकलौता चिराग था। उसकी तीन छोटी बहनें हैं। इकलौते भाई की मौत से बहनें भी बिलख पड़ीं। इसी तरह शोभित पिता संतोष के साथ बोरिंग मिस्त्री का कार्य करता था। शोभित भी अपने मां बाप का इकलौता पुत्र था। शोभित के परिवार में चार बहने हैं। बेटे का शव देख मां मंजू गश खाकर गिर पड़ी।
विस्तार
हरदोई जिले में शहर कोतवाली क्षेत्र में हरदोई-सांडी मार्ग पर ग्राम मेढ़ूू के पास सड़क किनारे खड़े ट्रक में बाइक सवार दोस्त पीछे से जा घुसे। एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे ने लखनऊ ले जाते समय दम तोड़ दिया। बाइक सवार हेलमेट नहीं लगाए थे।
पुलिस ने रविवार को दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया। शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कृष्ण नगरिया निवासी सत्यम मिश्रा (26) ट्रैक्टर चालक था। वह मूल रूप से ग्राम मेढ़ू का निवासी था। शनिवार देर शाम वह मोहल्ला कृष्ण नगरिया निवासी दोस्त शोभित सक्सेना (23) के साथ बाइक से मेढ़ू गया था।
शनिवार देर रात वहां से वापस आते समय हरदोई-सांडी मार्ग पर सड़क किनारे खड़े ट्रक में पीछे से बाइक जा घुसी। बाइक चला रहे सत्यम की मौके पर ही मौत हो गई। राहगीरों की सूचना पर पहुंचे परिजनों और पुलिस की मदद से गंभीर रूप से घायल शोभित को जिला अस्पताल भेजा गया।
यहां चिकित्सक ने उसकी हालत गंभीर बताते हुए लखनऊ रेफर कर दिया। परिजन उसे लेकर लखनऊ जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। दोस्तों की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। दोनों के शव देर रात मोर्चरी में रखवा दिए गए और रविवार को पोस्टमार्टम कराया गया।
परिवार के इकलौते चिराग थे दोनों दोस्त
सत्यम की मौत की सूचना मिलते ही उसकी मां सुशीला बदहवास हो गई। उसे संभालना मुश्किल हो गया। सत्यम अपने परिवार का इकलौता चिराग था। उसकी तीन छोटी बहनें हैं। इकलौते भाई की मौत से बहनें भी बिलख पड़ीं। इसी तरह शोभित पिता संतोष के साथ बोरिंग मिस्त्री का कार्य करता था। शोभित भी अपने मां बाप का इकलौता पुत्र था। शोभित के परिवार में चार बहने हैं। बेटे का शव देख मां मंजू गश खाकर गिर पड़ी।