{"_id":"691423446015141b8d0b154f","slug":"delhi-blast-dr-shaheen-taught-at-kannauj-medical-college-for-two-years-2025-11-12","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"UP: कानपुर ही नहीं, यूपी के इस जिले में भी दो साल तक पढ़ाया, नौकरी छोड़ने के बाद इन देशों में भी रही डॉ. शाहीन","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
UP: कानपुर ही नहीं, यूपी के इस जिले में भी दो साल तक पढ़ाया, नौकरी छोड़ने के बाद इन देशों में भी रही डॉ. शाहीन
अमर उजाला नेटवर्क, कन्नौज
Published by: शाहरुख खान
Updated Wed, 12 Nov 2025 12:16 PM IST
सार
फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. शाहीन ने यूपी के इस मेडिकल कॉलेज में भी दो साल तक पढ़ाया था। शिक्षा सत्र 2009-10 में सहायक आचार्य पर तैनाती थी। बाद में डॉ. शाहीन ने कानपुर ट्रांसफर करा लिया था।
विज्ञापन
Dr. Shaheen
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
विज्ञापन
विस्तार
फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. शाहीन सिद्दीकी यूपी के कन्नौज जिले के डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय में भी दो साल सहायक आचार्य रही थी। उसकी कार से एके-47 बरामद होने के बाद उसके आतंकी माड्यूल से भी जुड़े होने के सबूत एनआईए को मिले।
एनआईए की टीम उसकी जानकारी के लिए कभी भी मेडिकल कॉलेज आ सकती है, इसको लेकर कॉलेज प्रशासन डॉ. शाहीन के रिकॉर्ड खंगालने में जुटा है।
डॉ. शाहीन सिद्दीकी ने वर्ष 2009-10 में कन्नौज मेडिकल कॉलेज में ज्वाइन किया था।
ड्यूटी में लापरवाही पर तत्कालीन प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार सेंगर ने उन्हें नोटिस जारी किया था, जिस पर उन्होंने अपना ट्रांसफर गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज कानपुर में करा लिया था। बताया गया कि मेडिकल कॉलेज में वह समय से ड्यूटी नहीं करती थी।
अब फरीदाबाद में आरडीएक्स के साथ गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल शकील को जब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उसकी प्रेमिका लखनऊ निवासी डॉ. शाहीन सिद्दीकी का नाम भी सामने आया। एनआईए ने पूछताछ के लिए जब डॉ. शाहीन को फरीदाबाद बुलाया तो उसकी कार से एके-47 बरामद हुई।
Trending Videos
एनआईए की टीम उसकी जानकारी के लिए कभी भी मेडिकल कॉलेज आ सकती है, इसको लेकर कॉलेज प्रशासन डॉ. शाहीन के रिकॉर्ड खंगालने में जुटा है।
डॉ. शाहीन सिद्दीकी ने वर्ष 2009-10 में कन्नौज मेडिकल कॉलेज में ज्वाइन किया था।
ड्यूटी में लापरवाही पर तत्कालीन प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार सेंगर ने उन्हें नोटिस जारी किया था, जिस पर उन्होंने अपना ट्रांसफर गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज कानपुर में करा लिया था। बताया गया कि मेडिकल कॉलेज में वह समय से ड्यूटी नहीं करती थी।
विज्ञापन
विज्ञापन
अब फरीदाबाद में आरडीएक्स के साथ गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल शकील को जब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उसकी प्रेमिका लखनऊ निवासी डॉ. शाहीन सिद्दीकी का नाम भी सामने आया। एनआईए ने पूछताछ के लिए जब डॉ. शाहीन को फरीदाबाद बुलाया तो उसकी कार से एके-47 बरामद हुई।
इस पर पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया। डॉ. शाहीन की गिरफ्तारी के बाद कन्नौज मेडिकल कॉलेज का नाम भी चर्चा में आ गया है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. चंद्रप्रकाश पाल का कहना है कि वह भी डॉ. शाहीन का पुराना रिकॉर्ड खंगाल रहे हैं। फिलहाल उसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल पा रही है।
नौकरी छोड़ने के बाद खाड़ी देशों में भी रही डॉ. शाहीन
दिल्ली बम ब्लास्ट में डॉ. शाहीन का नाम आने के बाद जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा शिक्षक स्तब्ध रह गए। वरिष्ठ चिकित्सा शिक्षकों में चर्चा रही कि वर्ष 2013 में कॉलेज छोड़ने के बाद डॉ. शाहीन ने खाड़ी देशों में भी काम किया।
दिल्ली बम ब्लास्ट में डॉ. शाहीन का नाम आने के बाद जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा शिक्षक स्तब्ध रह गए। वरिष्ठ चिकित्सा शिक्षकों में चर्चा रही कि वर्ष 2013 में कॉलेज छोड़ने के बाद डॉ. शाहीन ने खाड़ी देशों में भी काम किया।
वर्ष 2021 में डॉ. शाहीन समेत पांच और चिकित्सा शिक्षक बर्खास्त हुए थे। उन डॉक्टरों ने भी बिना सूचना नौकरी छोड़ी और नोटिसों का जवाब नहीं दिया। डॉ. शाहीन के मामले में मंगलवार को एटीएस की टीम जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज आई।
इसके बाद कॉलेज के चिकित्सा शिक्षकों से संबंधित सेक्शन में जाकर अभिलेख देखे। इसके बाद नियुक्ति पत्र और दूसरे अभिलेख अपने साथ ले गई। टीम ने कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला समेत अन्य अधिकारियों से भी बात की।
बाद में प्राचार्य डॉ. काला ने डॉ. शाहीन की फाइल को मंगवाकर देखा। इस मौके पर कॉलेज के अन्य चिकित्सा शिक्षक भी रहे। चिकित्सा शिक्षकों का कहना था कि डॉ. शाहीन के अचानक नौकरी छोड़कर जाने के बाद पता किया जाता रहा कि वह कहां है।
इस पर लोगों ने बताया कि खाड़ी देश सऊदी या कुवैत चली गई है। बर्खास्तगी के बाद शाहीन का अनुभव प्रमाणपत्र के लिए आवेदन आया तो पता चला कि अभी लखनऊ में है। उनका कहना था कि डॉ. शाहीन का मिजाज वैसे गंभीर किस्म का रहा है।
कॉलेज में सबसे बातचीत रही। सीनियर होने की वजह से वह विभागाध्यक्ष भी रही। निजी जीवन में विवाद के कारण तलाक की नौबत आई। फार्माकोलॉजी विभाग के चिकित्सा शिक्षक डॉ. शाहीन के संबंध में कुछ पूछने पर चुप्पी साध लेते रहे।