कोरोना संक्रमण की चपेट में चल रहे उत्तर प्रदेश में जल्द ही पीक आने वाला है। आईआईटी कानपुर के प्रो. मणींद्र अग्रवाल के गणितीय सूत्र मॉडल की माने तो उतर प्रदेश में 19 जनवरी को पीक आ जाएगा। तब रोजाना 40 से 50 हजार तक केस आएंगे। लेकिन संक्रमण हल्का होने की वजह से 1 फीसदी ही अस्पताल में भर्ती हुए हैं।
अगले कुछ दिनों में अधिकतर प्रदेशों में संक्रमण की तीसरी लहर का पीक आ जाएगा। इसके बाद लगातार संक्रमण का खतरा कम होगा और पॉजिटिव केसों की संख्या में कमी आएगी। यह रिपोर्ट आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने अपने गणितीय मॉडल सूत्र की स्टडी के आधार पर पेश की है।
प्रो. अग्रवाल ने बताया कि संक्रमण में बहुत अधिक दिक्कत न होने से मरीजों की संख्या में कमी आई है। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर अब पीक की ओर बढ़ रही है। उतर प्रदेश में 19 जनवरी, बिहार में 18 जनवरी, हरियाणा में 20 जनवरी को संक्रमण का पीक होगा। दिल्ली में दो दिन पहले ही संक्रमण का पीक आ चुका है। वहाँ अब लगातार केस भी कम हो रहे हैं।
आईआईटी के प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने तीसरी लहर के आने से पहले ही अपनी स्टडी शुरू कर दी थी। देश के अलावा साउथ अफ्रीका, यूएसए, यूके, डेनमार्क समेत कई देशों के कोरोना संक्रमित आंकड़ों के आधार पर पीक व घटते-बढ़ते कोरोना केस को लेकर भविष्य की आकलन रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। अब प्रो. अग्रवाल ने नई स्टडी कर देश के प्रदेशवार कोरोना संक्रमण की आकलन रिपोर्ट प्रस्तुत की है। रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना संक्रमण में तेजी से कमी आएगी और मार्च में लगभग पूरी तरह स्थिति सामान्य होने के आसार हैं।
होम आइसोलेशन में ठीक हुए मरीज
प्रो. अग्रवाल ने कहा कि लगातार हो रहे वैक्सीन के साथ संक्रमण हल्का होने की वजह से कम लोग अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। अधिकतर लोग लक्षण प्रतीत होने पर बिना जांच कराए खुद ही होम आइसोलेशन से ठीक हो रहे हैं।
प्रदेश पीक
दिल्ली 15 जनवरी
उतर प्रदेश 19 जनवरी
बिहार 18 जनवरी
महाराष्ट्र 19 जनवरी
गुजरात 19 जनवरी
हरियाणा 20 जनवरी
कर्नाटक 23 जनवरी
तमिलनाडु 25 जनवरी
असम 26 जनवरी
आंध्र प्रदेश 30 जनवरी
विस्तार
कोरोना संक्रमण की चपेट में चल रहे उत्तर प्रदेश में जल्द ही पीक आने वाला है। आईआईटी कानपुर के प्रो. मणींद्र अग्रवाल के गणितीय सूत्र मॉडल की माने तो उतर प्रदेश में 19 जनवरी को पीक आ जाएगा। तब रोजाना 40 से 50 हजार तक केस आएंगे। लेकिन संक्रमण हल्का होने की वजह से 1 फीसदी ही अस्पताल में भर्ती हुए हैं।
अगले कुछ दिनों में अधिकतर प्रदेशों में संक्रमण की तीसरी लहर का पीक आ जाएगा। इसके बाद लगातार संक्रमण का खतरा कम होगा और पॉजिटिव केसों की संख्या में कमी आएगी। यह रिपोर्ट आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने अपने गणितीय मॉडल सूत्र की स्टडी के आधार पर पेश की है।
प्रो. अग्रवाल ने बताया कि संक्रमण में बहुत अधिक दिक्कत न होने से मरीजों की संख्या में कमी आई है। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर अब पीक की ओर बढ़ रही है। उतर प्रदेश में 19 जनवरी, बिहार में 18 जनवरी, हरियाणा में 20 जनवरी को संक्रमण का पीक होगा। दिल्ली में दो दिन पहले ही संक्रमण का पीक आ चुका है। वहाँ अब लगातार केस भी कम हो रहे हैं।
आईआईटी के प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने तीसरी लहर के आने से पहले ही अपनी स्टडी शुरू कर दी थी। देश के अलावा साउथ अफ्रीका, यूएसए, यूके, डेनमार्क समेत कई देशों के कोरोना संक्रमित आंकड़ों के आधार पर पीक व घटते-बढ़ते कोरोना केस को लेकर भविष्य की आकलन रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। अब प्रो. अग्रवाल ने नई स्टडी कर देश के प्रदेशवार कोरोना संक्रमण की आकलन रिपोर्ट प्रस्तुत की है। रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना संक्रमण में तेजी से कमी आएगी और मार्च में लगभग पूरी तरह स्थिति सामान्य होने के आसार हैं।
होम आइसोलेशन में ठीक हुए मरीज
प्रो. अग्रवाल ने कहा कि लगातार हो रहे वैक्सीन के साथ संक्रमण हल्का होने की वजह से कम लोग अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। अधिकतर लोग लक्षण प्रतीत होने पर बिना जांच कराए खुद ही होम आइसोलेशन से ठीक हो रहे हैं।
प्रदेश पीक
दिल्ली 15 जनवरी
उतर प्रदेश 19 जनवरी
बिहार 18 जनवरी
महाराष्ट्र 19 जनवरी
गुजरात 19 जनवरी
हरियाणा 20 जनवरी
कर्नाटक 23 जनवरी
तमिलनाडु 25 जनवरी
असम 26 जनवरी
आंध्र प्रदेश 30 जनवरी