कानपुर और आसपास के जिलों में वायरल बुखार, डेंगू और मलेरिया के साथ स्क्रब टाइफस बीमारियों ने लोगों को चपेट में ले रखा है। इटावा, हमीरपुर, कानपुर देहात और औरैया में डेंगू से गुरुवार को एक-एक मौत हो गई। कानपुर शहर में डेंगू संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 150 के पार हो गया है।
जिले में अब तक 157 मरीजों को डेंगू की पुष्टि हुई है। इसके अलावा सात रोगी मलेरिया और 165 रोगी टायफायड के हैं। हैलट अस्पताल में बुखार के 17 और उर्सला में 12 रोगी भर्ती हैं। शहर से सटे कुरसौली गांव में लगभग 20 दिनों में रहस्यमयी बुखार से 11 मरीजों की जान जा चुकी है।
बुखार के भय से दर्जनों लोग गांव से पलायन कर गए हैं। इसी तरह जिले के बिल्हौर, चौबेपुर, घाटमपुर, भीतरगांव, पतारा समेत अन्य इलाकों में सैकड़ों लोग बुखार की चपेट में हैं। कानपुर देहात में हर दिन डेंगू व बुखार मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं।
गुरुवार को भोगनीपुर क्षेत्र के चांदापुर गांव के चरन सिंह की पांच वर्षीय पुत्री पायल की बुखार से एक प्राइवेट अस्पताल मेें उपचार के दौरान मौत हो गई। उसे चार दिन से बुखार आ रहा था। वहीं डेंगू व मच्छर जनित अन्य बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य टीम गांवों में जाकर दवा छिड़काव करने में जुटी हैं।
जिले में डेंगू व बुखार से अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है। औरैया में गुरुवार को बुखार से महिला की मौत हो गई। जिले के छह गांवों में 300 से अधिक बीमार हैं। गुरुवार को छह गांवों में स्वास्थ्य टीमों ने डेरा जमाया। जहां 300 मरीजों का इलाज कर उन्हें दवाएं वितरित की गईं।
इटावा के जसवंतनगर के ग्राम गढ़ी जालिम में 100 से अधिक मरीज बुखार की चपेट में हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शिविर में मरीजों की जांच कर दवाएं दी हैं। जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती दो मरीजों के डेंगू होने की पुष्टि हुई है। बुखार से आठ वर्षीय एक बच्चे की मौत हो गई।
हमीरपुर में गुरुवार को जिला अस्पताल में बुखार के करीब एक हजार मरीजों ने उपचार कराया। इनमें से वायरल बुखार के 73 मरीज अस्पताल में भर्ती कराए गए। इसमें 23 बच्चे हैं। उधर, माता-पिता के साथ दिल्ली से रोडवेज बस से गांव लौट रही एक साल की बच्ची की मौत हो गई।
महोबा के विकास खंड कबरई के कस्बा खन्ना में सप्ताह भर में छह लोगों की मौत हुई है। गांव में फैली गंदगी और स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में लोग बुखार से जान गंवा रहे हैं। वायरल, बु्खार, खांसी, जुकाम, डेंगू के मरीज मिल रहे हैं।
कस्बा खन्ना में बजबजाती नालियों की साफ-सफाई न होने से मच्छरों ने डेरा जमा लिया है। जिले में एलाइजा जांच में 18 डेंगू पॉजिटिव मरीज मिले हैं। जिला अस्पताल में बुखार के 47 मरीजों की जांच कराई गई। इसमें नौ मरीज डेंगू के मिले। 23 स्थानों पर कैंप लगाकर उपचार दिया गया।
हरदोई में दो दिनों में सात मरीजों में मलेरिया की पुष्टि हुई है। वहीं एक रोगी डेंगू से ग्रसित पाया गया है। दो मरीज स्क्रब टाइफस के मिल चुके हैं। दो दिनों में बुखार से पांच मौत हो चुकी हैं। जालौन में डेंगू के कुल 20 केस मिले हैं। इसके अलावा अलग-अलग तीन स्थानों पर तीन स्क्रब टाइफस के मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने तीनों स्थानों से 24 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं।
साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन गांवों में जाकर जागरुकता अभियान भी चलाया। फर्रुखाबाद में बुखार से अब तक 25 की जान जा चुकी है। गुरुवार को एक रोगी में डेंगू की पुष्टि हुई। उन्नाव में पांच मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। जिले में अब तक 37 लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है।
गुरुवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे बुखार के मरीजों में छह को इमरजेंसी में भर्ती किया गया। वहीं 60 की पैथोलॉजी में जांच कराई गई। इसमें 12 मरीजों में मियादी बुखार की पुष्टि हुई। वहीं डेंगू जांच के लिए दो मरीजों के सैंपल लखनऊ भेजे गए।
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कानपुर और आसपास के जिलों में वायरल बुखार, डेंगू और मलेरिया के साथ स्क्रब टाइफस बीमारियों ने लोगों को चपेट में ले रखा है। इटावा, हमीरपुर, कानपुर देहात और औरैया में डेंगू से गुरुवार को एक-एक मौत हो गई। कानपुर शहर में डेंगू संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 150 के पार हो गया है।
जिले में अब तक 157 मरीजों को डेंगू की पुष्टि हुई है। इसके अलावा सात रोगी मलेरिया और 165 रोगी टायफायड के हैं। हैलट अस्पताल में बुखार के 17 और उर्सला में 12 रोगी भर्ती हैं। शहर से सटे कुरसौली गांव में लगभग 20 दिनों में रहस्यमयी बुखार से 11 मरीजों की जान जा चुकी है।
बुखार के भय से दर्जनों लोग गांव से पलायन कर गए हैं। इसी तरह जिले के बिल्हौर, चौबेपुर, घाटमपुर, भीतरगांव, पतारा समेत अन्य इलाकों में सैकड़ों लोग बुखार की चपेट में हैं। कानपुर देहात में हर दिन डेंगू व बुखार मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं।