Kanpur: एसबीआई के पांच अफसर-कर्मचारी विजिलेंस जांच में फंसे, लिखावट की कराई जा रही फॉरेंसिक जांच, पढ़ें मामला
Kanpur News: पीबीबी शाखा मॉल रोड और बर्रा विश्व बैंक शाखा में सभी स्टाफ के बयान लेने के साथ भुगतान के चेक, जमा वाउचर, केवाईसी दस्तावेजों को जब्त किया जा चुका है। सीसीटीवी फुटेज को भी जांच में शामिल किया गया है।
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कानपुर में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की माल रोड स्थित पर्सनल बैंकिंग ब्रांच (पीबीबी) में निष्क्रिय खाते को फर्जी केवाईसी से सक्रिय कर 14.60 लाख का घोटाला करने के मामले में जांच का दायरा बढ़ गया है। पांच अफसरों और कर्मचारियों को चार्जशीट देकर जांच शुरू कर दी गई है। फॉरेंसिक जांच भी कराई जा रही है ताकि अफसरों की लिखावट के आधार पर साक्ष्यों को और मजबूत किया जा सके। इस मामले में पूर्व में एक उपप्रबंधक को सस्पेंड किया जा चुका है। पीबीबी घोटाले में बैंकिंग के हर नियम को ताक पर रख दिया गया।
आरोपी पर दबाव पड़ा, तो उसने 11 अप्रैल को निकाले गए रुपये खाते में जमा करा दिए। इतना ही नहीं शाखा में फिर से खाते को 15 अप्रैल को निष्क्रिय कर दिया गया। हालांकि रुपये निकालने और फिर से जमा करने की कारगुजारी में कई कर्मचारी और अफसर फंस गए हैं। एक मई 2025 को बैंक के मुख्य महाप्रबंधक को भेजे गए गुमनाम पत्र में बताया गया था कि 121-363 सिविल लाइंस कानपुर नगर कटरी बिठूर कला निवासी शिरोमणि यादव का 19 जुलाई 2006 से बैंक में खाता (संख्या 11022343963) है।
फर्जी ई-केवाईसी करके निष्क्रिय खाते को सक्रिय करवाया
इस खाते में कोई भी मोबाइल नंबर दर्ज नहीं है। खाते में 14,60,500 रुपये थे। इस खाते में लंबे समय से लेनदेन न होने के कारण इसे 2022 में निष्क्रिय कर दिया गया। पत्र में बताया गया था कि बैंक में उप प्रबंधक स्तर के अधिकारी ने अन्य अफसरों और कर्मियों के साथ मिलकर फर्जी ई-केवाईसी करके इस निष्क्रिय खाते को 25 मार्च 2025 को सक्रिय करवाया। नॉन होम शाखा विश्व बैंक बर्रा से दो अप्रैल 2025 को खाते से पहली बार में पांच लाख और फिर नौ अप्रैल को 4.60 लाख रुपये निकाले गए।
तीन अफसर और दो क्लर्कों को चार्जशीट दी गई
इससे पहले चार अप्रैल को पांच लाख का भुगतान पीबीबी कानपुर से कराया गया। विश्व बैंक शाखा क्षेत्रीय कार्यालय दो के अधीन नहीं आती है। इसके बाद भी यहां से रुपये निकाल दिए गए। इस मामले में एक उप प्रबंधक को सस्पेंड कर दिया गया था। अब जांच का दायरा और बढ़ गया है। तीन अफसर और दो क्लर्कों को चार्जशीट दी गई है। विजिलेंस जांच और तेज कर दी गई है। पीबीबी शाखा मॉल रोड और बर्रा विश्व बैंक शाखा में सभी स्टाफ के बयान लेने के साथ भुगतान के चेक, जमा वाउचर, केवाईसी दस्तावेजों को जब्त किया जा चुका है। सीसीटीवी फुटेज को भी जांच में शामिल किया गया है।