कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने यह मान लिया है कि ओमिक्रॉन का वैरिएंट एक्सई शहर में सक्रिय हो गया है। हालांकि अभी जो आरटीपीसीआर जांच हो रही है, उसमें डेल्टा संक्रमित भी निकल रहे हैं। इनके सैंपल केजीएमयू लखनऊ भी भेजे जा रहे हैं, लेकिन वहां से जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट नहीं आई है।
सीएमओ डॉ. नैपाल सिंह का कहना है कि ओमिक्रॉन के वैरिएंट ही संक्रमण फैला रहे हैं। इनका असर सामान्य फ्लू जैसा ही है। डेल्टा प्लस से कम खतरनाक हैं। मंगलवार को कोरोना के छह संक्रमित और मिले हैं। पांच संक्रमित आईआईटी के हैं और एक किदवईनगर का है।
आईआईटी में मिले दो संक्रमित एक ही परिवार के हैं। इसके अलावा एक पीएचडी छात्र है। यहां चार दिन से लगातार संक्रमितों के मिलने का सिलसिला जारी है। यह माना जा रहा है कि वे दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद से संक्रमण लेकर यहां आए हैं।
वहीं, होम आइसोलेशन में नौ संक्रमित इलाज से संक्रमण मुक्त हो गए। नगर में अब तक 93,526 संक्रमित मिल चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने कोरोना संदिग्ध 3015 लोगों के सैंपल लिए हैं। इन्हें आरटीपीसीआर जांच के लिए भेजा गया है।
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कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने यह मान लिया है कि ओमिक्रॉन का वैरिएंट एक्सई शहर में सक्रिय हो गया है। हालांकि अभी जो आरटीपीसीआर जांच हो रही है, उसमें डेल्टा संक्रमित भी निकल रहे हैं। इनके सैंपल केजीएमयू लखनऊ भी भेजे जा रहे हैं, लेकिन वहां से जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट नहीं आई है।
सीएमओ डॉ. नैपाल सिंह का कहना है कि ओमिक्रॉन के वैरिएंट ही संक्रमण फैला रहे हैं। इनका असर सामान्य फ्लू जैसा ही है। डेल्टा प्लस से कम खतरनाक हैं। मंगलवार को कोरोना के छह संक्रमित और मिले हैं। पांच संक्रमित आईआईटी के हैं और एक किदवईनगर का है।
आईआईटी में मिले दो संक्रमित एक ही परिवार के हैं। इसके अलावा एक पीएचडी छात्र है। यहां चार दिन से लगातार संक्रमितों के मिलने का सिलसिला जारी है। यह माना जा रहा है कि वे दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद से संक्रमण लेकर यहां आए हैं।