विकासखंड में ग्राम पंचायतों के खाते पूरी तरह से बंद हैं। इस कारण विकास कार्यों में खर्च होने वाली धनराशि नहीं निकल पा रही है। इसके विरोध में लामबंद ग्राम प्रधानों ने मंगलवार को ब्लॉक परिसर में प्रदर्शन कर डीपीआरओ पर गंभीर आरोप लगाया। ग्राम प्रधानों ने खातों का संचालन जल्द शुरू नहीं कराने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी भी दी है।
ग्राम प्रधान संघ के ब्लॉक अध्यक्ष मैदान सिंह की अगुवाई में एकत्र हुए ग्राम प्रधानों ने बताया कि उनकी ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों के लिए जारी की जाने वाली निधि की निकासी पर रोक लगी हुई है।
ऐसे में ग्राम प्रधानों ने अपने-अपने गांवों में लाखों रुपये खर्च कर विकास कार्य तो करा लिए, लेकिन धनराशि आहरित नहीं होने से सभी परेशान हैं। ग्राम प्रधानों का यह भी आरोप है कि जिला पंचायत राज अधिकारी कंप्यूटर समेत कई उपकरण अपनी चहेती फर्म से खरीद करने का दबाव बना रहे हैं। जो भी ग्राम प्रधान उनकी चहेती फर्म से खरीद नहीं कर रहा है उस ग्राम पंचायत के खाते से रुपये की निकासी पर रोक लगा दी जा रही है।
चेताया कि यदि उनके ग्राम पंचायतों का खाता बहाल नहीं किया गया तो सभी ग्राम प्रधान आंदोलन करेंगे। इस मौके पर जगत बहादुर पटेल, द्वारिका, सुनील कुमार, शाह आलम, गणेश पाल, मानसी यादव आदि मौजूद रहे।
विकासखंड में ग्राम पंचायतों के खाते पूरी तरह से बंद हैं। इस कारण विकास कार्यों में खर्च होने वाली धनराशि नहीं निकल पा रही है। इसके विरोध में लामबंद ग्राम प्रधानों ने मंगलवार को ब्लॉक परिसर में प्रदर्शन कर डीपीआरओ पर गंभीर आरोप लगाया। ग्राम प्रधानों ने खातों का संचालन जल्द शुरू नहीं कराने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी भी दी है।
ग्राम प्रधान संघ के ब्लॉक अध्यक्ष मैदान सिंह की अगुवाई में एकत्र हुए ग्राम प्रधानों ने बताया कि उनकी ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों के लिए जारी की जाने वाली निधि की निकासी पर रोक लगी हुई है।
ऐसे में ग्राम प्रधानों ने अपने-अपने गांवों में लाखों रुपये खर्च कर विकास कार्य तो करा लिए, लेकिन धनराशि आहरित नहीं होने से सभी परेशान हैं। ग्राम प्रधानों का यह भी आरोप है कि जिला पंचायत राज अधिकारी कंप्यूटर समेत कई उपकरण अपनी चहेती फर्म से खरीद करने का दबाव बना रहे हैं। जो भी ग्राम प्रधान उनकी चहेती फर्म से खरीद नहीं कर रहा है उस ग्राम पंचायत के खाते से रुपये की निकासी पर रोक लगा दी जा रही है।
चेताया कि यदि उनके ग्राम पंचायतों का खाता बहाल नहीं किया गया तो सभी ग्राम प्रधान आंदोलन करेंगे। इस मौके पर जगत बहादुर पटेल, द्वारिका, सुनील कुमार, शाह आलम, गणेश पाल, मानसी यादव आदि मौजूद रहे।