{"_id":"6914e3c849a99ebd28013c90","slug":"stubble-burning-again-in-kaushambi-video-goes-viral-on-social-media-kaushambi-news-c-261-1-kmb1004-132350-2025-11-13","type":"story","status":"publish","title_hn":"Kaushambi News: कौशाम्बी में फिर जली पराली, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Kaushambi News: कौशाम्बी में फिर जली पराली, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
संवाद न्यूज एजेंसी, कौशांबी
Updated Thu, 13 Nov 2025 01:15 AM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
कौशाम्बी में पराली जलाने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। चायल तहसील के फकीराबाद गांव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें किसान रात के अंधेरे में पराली जलाते नजर आ रहे हैं। यह वीडियो बुधवार सुबह से लोगों के मोबाइल पर खूब साझा किया जा रहा है।
इससे पहले, बीते शुक्रवार को जिला प्रशासन ने पराली जलाने वाले 10 किसानों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 40 हजार रुपये का जुर्माना वसूला था। बावजूद इसके किसान शासन के निर्देशों की अनदेखी कर पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए शासन के निर्देश पर उप कृषि निदेशक सतेंद्र कुमार तिवारी ने जिले के किसानों से अपील की थी कि वे खेतों में पराली न जलाएं। उन्होंने किसानों को पराली गोशालाओं में दान करने का सुझाव भी दिया था, ताकि उसका उपयोग चारे के रूप में किया जा सके।
कृषि और राजस्व विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहकर पराली जलाने की घटनाओं पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
विभाग ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई किसान पराली जलाता पाया गया, तो उसके खिलाफ आर्थिक दंड और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके बावजूद फकीराबाद गांव का वायरल वीडियो प्रशासन की निगरानी और किसानों की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर रहा है।
Trending Videos
इससे पहले, बीते शुक्रवार को जिला प्रशासन ने पराली जलाने वाले 10 किसानों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 40 हजार रुपये का जुर्माना वसूला था। बावजूद इसके किसान शासन के निर्देशों की अनदेखी कर पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए शासन के निर्देश पर उप कृषि निदेशक सतेंद्र कुमार तिवारी ने जिले के किसानों से अपील की थी कि वे खेतों में पराली न जलाएं। उन्होंने किसानों को पराली गोशालाओं में दान करने का सुझाव भी दिया था, ताकि उसका उपयोग चारे के रूप में किया जा सके।
कृषि और राजस्व विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहकर पराली जलाने की घटनाओं पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
विभाग ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई किसान पराली जलाता पाया गया, तो उसके खिलाफ आर्थिक दंड और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके बावजूद फकीराबाद गांव का वायरल वीडियो प्रशासन की निगरानी और किसानों की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर रहा है।