स्वास्थ्य विभाग में नियुक्तियों के लिए पड़ रही तारीख पर तारीख
कुशीनगर। जिले के स्वास्थ्य महकमे में संविदा पर नियुक्ति के लिए आवेदन तो लिए जा रहे हैं, लेकिन नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने के बाद या इससे पहले ही स्थगित अथवा निरस्त कर दी जा रही है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना हो, या राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी के अंतर्गत नवसृजित स्टैंड एलोन आईसीटीसी केंद्रों पर नियुक्ति का मामला, दोनों योजनाओं के लिए दो-दो बार आवेदन मांगे जा चुके हैं। इसके अलावा एएनएम की नियुक्ति में भी एक-एक पद के लिए तीन-तीन अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग किए जाने की बात चर्चा में है।
स्वास्थ्य विभाग में प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना के तहत दो साल पहले जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कार्यक्रम सहायक की नियुक्ति के लिए आवेदन लिए गए थे। जिला कार्यक्रम समन्वयक का मानदेय 35 हजार और जिला कार्यक्रम सहायक का मानदेय 20 हजार रुपये है। जिले में दोनों पदों के लिए एक-एक सीटें हैं। बताया जाता है कि साक्षात्कार हुआ, लेकिन अभ्यर्थियों की उम्र को लेकर कुछ कमियां मिलने के कारण उसे निरस्त कर दिया गया। अब 15 नवंबर को पुन: नियुक्ति के लिए विज्ञापन दिया गया है।
इसी तरह राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी के अंतर्गत नवसृजित कसया, फाजिलनगर, सुकरौली एवं रामकोला में स्टैंड एलोन आईसीटीसी केंद्र पर नियुक्ति के लिए 13 हजार रुपये के मानदेय पर आईसीटीसी काउंसलर और इतने ही मानदेय पर आईसीटीसी लैब टेक्निशियन की नियुक्ति के लिए आवेदन लिए गए थे। पांच मार्च तक आवेदन पत्र जमा करने थे। इस नियुक्ति में भी कमियां सामने आने पर नियुक्ति प्रक्रिया रोक दी गई थी।
इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पुन: विज्ञापन दिया गया कि सीडीओ के निर्देशानुसार पांच अक्तूबर को साक्षात्कार होगा, लेकिन पता चला है कि इस बार भी गड़बड़ी की आशंका देखते हुए सीडीओ ने नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगा दी है।
इसी तरह जिले में एएनएम की 184 एएनएम की नियुक्ति होनी है। इसके लिए भी बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं। सूत्रों की मानी जाए तो एक-एक एएनएम की जगह तीन-तीन अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग की गई है। वजह चाहे जो भी हो, लेकिन बार-बार नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगने से स्वास्थ्य विभाग चर्चा में है।
सीएमओ बोले- शासन स्तर से हो रही नियुक्ति
सीएमओ डॉ. सुरेश पटारिया का कहना है कि नियुक्ति शासन स्तर से हो रही है। वेरीफिकेशन के बाद एएनएम का साक्षात्कार होगा। इसलिए एक-एक पद के लिए तीन-तीन लोगों का नाम शामिल किया गया है। जहां तक आईसीटीसी के लिए काउंसलर और लैब टेक्निशियन की नियुक्ति का मामला है तो उस बारे में जिला क्षय रोग अधिकारी बताएंगे। जिला कार्यक्रम समन्वयक और जिला कार्यक्रम सहायक की नियुक्ति के संबंध में सीएमओ का कहना है कि कोरोना महामारी की वजह से नियुक्ति प्रक्रिया रुकी थी। अब पुन: चालू की गई है।
डीटीओ बोले- अफसरों को लिखा गया पत्र
आईसीटीसी के नोडल जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. बीपी नरसरिया का कहना है कि काउंसलर एवं एलटी की नियुक्ति के संबंध में अपने मार्गदर्शन के लिए संबंधित उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा है। उनका मार्गदर्शन मिलने के बाद नियुक्ति प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।