{"_id":"693711f7cff6af8e9208a99f","slug":"cold-air-coming-from-broken-window-panes-patients-shivering-mainpuri-news-c-174-1-sagr1037-150155-2025-12-08","type":"story","status":"publish","title_hn":"Mainpuri News: खिड़कियों के टूटे शीशों से आ रही सर्द हवा, ठिठुर रहे मरीज","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Mainpuri News: खिड़कियों के टूटे शीशों से आ रही सर्द हवा, ठिठुर रहे मरीज
संवाद न्यूज एजेंसी, मैनपुरी
Updated Mon, 08 Dec 2025 11:29 PM IST
विज्ञापन
फ़ोटो 19 जिला अस्पताल के इंडोर वार्ड की टूटी खिड़कियां। संवाद
विज्ञापन
मैनपुरी। ठंड बढ़ते ही शासन ने अस्पतालों में मरीजों के लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद भी महाराजा तेज सिंह जिला अस्पताल में मरीजों के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं नहीं हैं। इंडोर वार्ड की खिड़कियों के टूटे शीशों से हवा पूरी रात मरीजों को परेशान करती है। ब्लोअर और अन्य इंतजाम भी सिर्फ कागजों पर ही हैं।
महाराजा तेज सिंह जिला अस्पताल में प्रतिदिन 1000 से 1100 मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। अस्पताल के इंडोर वार्ड की खिड़कियों के शीशे टूटे हुए हैं। ठंड से बचाव के लिए मरीज मात्र एक कंबल के सहारे हैं। इंडोर वार्ड के बाल रोग विभाग में भर्ती मरीज की तीमारदार सुनीता देवी ने बताया कि उनके बच्चे को ठंड के साथ बुखार है। अस्पताल से सिर्फ एक कंबल मिला है, जिससे ठंड नही जा रही है।
यहां मौजूद तीमारदार ममता ने बताया कि कंबल तो हैं, लेकिन खिड़कियों के शीशे टूटे होने के कारण हवा आती है। तीमारदार मनोज ने बताया कि खिड़की का एक शीशा टूटा है। इससे पूरी रात हवा अंदर आती है। सर्दी से बचने के लिए खिड़की में पर्दा भी नहीं लगा है। चादर जैसे हल्के कंबल से कुछ भला भी नहीं होता।
वर्जन
मुझे पहली दिसंबर से ही चार्ज मिला है। सर्दी से बचाव के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। खिड़कियों की मरम्मत के आदेश जारी कर दिए गए हैं। वहीं मरीज यदि दो कंबल मांगता है तो वह भी देने के निर्देश दिए गए हैं। - डॉ. धर्मेंद्र कुमार, सीएमएस, जिला अस्पताल
Trending Videos
महाराजा तेज सिंह जिला अस्पताल में प्रतिदिन 1000 से 1100 मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। अस्पताल के इंडोर वार्ड की खिड़कियों के शीशे टूटे हुए हैं। ठंड से बचाव के लिए मरीज मात्र एक कंबल के सहारे हैं। इंडोर वार्ड के बाल रोग विभाग में भर्ती मरीज की तीमारदार सुनीता देवी ने बताया कि उनके बच्चे को ठंड के साथ बुखार है। अस्पताल से सिर्फ एक कंबल मिला है, जिससे ठंड नही जा रही है।
विज्ञापन
विज्ञापन
यहां मौजूद तीमारदार ममता ने बताया कि कंबल तो हैं, लेकिन खिड़कियों के शीशे टूटे होने के कारण हवा आती है। तीमारदार मनोज ने बताया कि खिड़की का एक शीशा टूटा है। इससे पूरी रात हवा अंदर आती है। सर्दी से बचने के लिए खिड़की में पर्दा भी नहीं लगा है। चादर जैसे हल्के कंबल से कुछ भला भी नहीं होता।
वर्जन
मुझे पहली दिसंबर से ही चार्ज मिला है। सर्दी से बचाव के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। खिड़कियों की मरम्मत के आदेश जारी कर दिए गए हैं। वहीं मरीज यदि दो कंबल मांगता है तो वह भी देने के निर्देश दिए गए हैं। - डॉ. धर्मेंद्र कुमार, सीएमएस, जिला अस्पताल

फ़ोटो 19 जिला अस्पताल के इंडोर वार्ड की टूटी खिड़कियां। संवाद