{"_id":"6914d586b9ef3d0d51031184","slug":"mohan-rakesh-gave-a-modern-touch-to-plays-through-his-writings-mau-news-c-295-1-svns1029-136231-2025-11-13","type":"story","status":"publish","title_hn":"Mau News: मोहन राकेश ने अपने लेखन से नाटकों को आधुनिक रूप दिया","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Mau News: मोहन राकेश ने अपने लेखन से नाटकों को आधुनिक रूप दिया
नगर के राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ सभागार में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते कौशल किशोर।स्रोत-
- फोटो : सांकेतिक
Link Copied
विज्ञापन
मऊ। नगर के भुजौटी स्थित राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ सभागार में मंगलवार की शाम राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ और जन संस्कृति मंच के संयुक्त आयोजन में गोष्ठी हुई। इसमें प्रसिद्ध नाटककार, साहित्यकार मोहन राकेश के जन्मशती वर्ष पर मोहन राकेश का रचना संसार और विचार विषय का चर्चा हुई। गोष्ठी की शुरुआत अशोक चौधरी और बंटू की ओर से गाये गोरख पाण्डेय के गीतों से हुई।
Trending Videos
वहीं गोष्ठी को संबोधित करते हुए धनंजय शर्मा ने कहा कि आजादी के बाद 1950 से 1970 के संक्रमण काल के दौर में औद्योगिकरण, पूंजीवाद, वैश्वीकरण, बेरोजगारी नगरीकरण, कुंठा, निराशा, बेचैनी, खीझ, अवसाद, पराजय को केंद्रित करते हुए मोहन राकेश ने नाटक को आधुनिक रूप दिया। वहीं मनोज सिंह ने कहा कि मोहन राकेश के महज तीन नाटकों ने उन्हें साहित्यिक जगत में स्थापित कर दिया। आजादी के बाद बन रहे समाज में आत्मनिर्वासित की परिघटना को मोहन राकेश बखूबी पहचान लेते हैं। औद्योगिक और नगरीय दौर में धीरे-धीरे संबंधों में जटिलता बढ़ती जाती है। संबंधों में बढ़ती जटिलता उनके नाटक में स्पष्ट दिखाई देती है। एक ही छत के नीचे जीवन जी रहे लोग अत्यंत भय, आतंक, दुःख में जी रहे हैं। जन संस्कृति मंच के उत्तर प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष कौशल किशोर ने कहा कि गांव उजड़कर नगर जब विकसित हो रहे थे उसी समय मोहन राकेश नाटक लिख रह थे। मोहन राकेश आजादी के बाद बनने वाले समाज में पनपते मध्यम वर्ग की चित और चेतना के प्रतिनिधि नाटककार थे। एक ही हवा में सांस लेते अजनबीयत के एहसास को मोहन राकेश ने अपने नाटकों के माध्यम से उजागर किया। मोहन राकेश पूंजीवादी व्यवस्था से व्यक्ति के अंदर आई घुटन और टूटन से आए अंधेरे को अपने नाटकों के माध्यम से प्रस्तुत किया। गोष्ठी में मुख्य रूप से रामनरेश, फरजाना मेहंदी, अनुभव दास, अब्दुल अजीम खां, वीरेंद्र कुमार, कहानीकार हेमंत कुमार, अशोक चौधरी, बंटू, विनोद कुमार सिंह, पुरंजय शर्मा, कन्हैया लाल, रामप्रवेश यादव, मनोज सिंह, ओम प्रकाश, बसंत कुमार, विद्याधर कुशवाहा, रमेश सिंह, सुरेंदर उपस्थित रहे।
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।