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Pilibhit News: स्टेशन और बस अड्डों पर ढिलाई, सीमाओं पर दिखी चौकसी
संवाद न्यूज एजेंसी, पीलीभीत
Updated Tue, 11 Nov 2025 11:51 PM IST
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रेलवे स्टेशन पर सुबह के समय के समय गशत करते पुलिस कर्मी। स्रोत विभाग
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पीलीभीत। दिल्ली धमाके के बाद जिले में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा है लेकिन शहर में सुरक्षा व्यवस्था का असर सीमित ही दिखा। मंगलवार को रेलवे स्टेशन और रोडवेज बस अड्डे पर दिनभर सुरक्षा गतिविधि सुस्त रही।
जीआरपी और सिविल पुलिस ने कुछ समय के लिए संयुक्त चेकिंग कर स्थिति का जायजा लिया। डॉग स्क्वायड भी साथ रहा लेकिन दोपहर में ट्रेन आने पर बढ़ी भीड़ के बीच सुरक्षा व्यवस्था ढीली पड़ गई। बस स्टैंड और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर भी दिन में पुलिस की मौजूदगी न के बराबर रही। नेपाल सीमा से सटे इलाकों में पुलिस और एसएसबी ने सक्रियता दिखाते हुए वाहनों की चेकिंग और लोगों से पूछताछ की। उत्तराखंड सीमा पर भी निगरानी कमजोर रही जहां वाहन बेरोकटोक गुजरते रहे। अधिकारी दावा कर रहे हैं कि सतर्कता बरती जा रही है और सीमावर्ती इलाकों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
रेलवे स्टेशन: जांच न पूछताछ दोपहर में सुस्त दिखे सुरक्षा के इंतजाम
- सहायता काउंटर पर जीआरपी पुलिस की नहीं दिखी मुस्तैदी
- ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों को लेकर गंभीर नहीं दिखे जिम्मेदार
संवाद न्यूज एजेंसी
पीलीभीत। रेलवे स्टेशन पर दोपहर में यात्रियों से बिना जांच, पूछताछ के आवाजाही दिखाई दी। अगर सुरक्षा की बात की जाए तो जीआरपी पुलिस की ओर से किसी भी तरह के सुरक्षा इंतजाम दिखाई नहीं दिए। हाई अलर्ट होने के बाद भी जीआरपी पुलिस की महज खानापूरी दिखाई दी।
दिल्ली में लाल किला के पास हुए धमाके के बाद यूपी में हाई अलर्ट कर दिया। इसके बाद जिले के आला अफसर इसको लेकर गंभीर दिखाई नहीं दिए। सुबह के समय तो रेलवे स्टेशन पर हाई अलर्ट दिखाई दिया। अफसर डॉग स्क्वायड के साथ रेलवे स्टेशन पर गश्त करते दिखाई दिए लेकिन दोपहर करीब दो बजे शक्तिनगर से टनकपुर को जाने वाली ट्रेन पर अफसरों की निगरानी न होने पर अधीनस्थ कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई। ट्रेन के आने के बाद मौके पर मौजूद जीआरपी पुलिस कर्मी ग्रुप में बातचीत करते दिखाई दिए। ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों से किसी तरह की पूछताछ नहीं की गई। ट्रेन से उतरे यात्री उतरने के बाद सीधा गेट से निकल गए। ट्रेन से उतरने वाले संदिग्ध यात्रियों की चेकिंग तो दूर किसी के सामान को भी चेक नहीं किया। सहायता केंद्र पर भी कोई कर्मचारी मौजूद नहीं दिखाई दिया। सहायता केंद्र के पास पहुंचने वाले यात्री उस पर सामान रखे हुए दिखाई दिए।
जीआरपी पुलिस की लापरवाही न बन जाए हादसे का कारण
-पीलीभीत जिला नेपाल की सीमा से जुड़ा हुआ है। अधिकतर लोग घटनाओं के बाद पीलीभीत होते हुए ही नेपाल में चले जाते हैं। इसको लेकर उच्चाधिकारी यहां समय-समय पर चेकिंग के दिशा निर्देश भी देते हैं। इसके बाद भी अधीनस्थ अधिकारी इसको लेकर गंभीर नहीं हैं।
स्टेशन पर उतरने वाले संदिग्ध यात्रियों की चेकिंग की जा रही है। दिल्ली में हुए हादसे के बाद चौकसी बढ़ा दी है। अगर इसके बाद भी कहीं कोई लापरवाही बरती जा रही है तो उसे दिखवाया जाएगा।- अभिषेक पांडे, जीआरपी इंस्पेक्टर।
रोडवेज बस स्टैंड पर भी नहीं दिखीं व्यवस्थाएं
दिल्ली में हुए बम धमाके को लेकर रोडवेज बस स्टैंड पर भी किसी तरह का कोई हाई अलर्ट दिखाई नहीं दिया। रेलवे स्टेशन पर सामान्य जैसे हालात दिखाई दिए। यात्री प्रतीक्षालय में महज एक महिला परिचालक दिखाई दी। जबकि डिपो पर कोई पुलिस कर्मी या फिर अन्य कोई सुरक्षा कर्मी दिखाई नहीं दिया।
उत्तराखंड सीमा पर बेरोकटोक गुजरते रहे वाहन
मझोला। दिल्ली धमाके के बाद जहां जिलेभर में हाईअलर्ट घोषित किया गया है, वहीं उत्तराखंड सीमा से सटे मझोला क्षेत्र में सुरक्षा इंतजामों की पोल खुल गई। टनकपुर हाईवे पर मंगलवार दोपहर डेढ़ बजे के बाद पुलिस या किसी सुरक्षा एजेंसी के जिम्मेदार मौके पर नजर नहीं आए। हाईवे से दोनों ओर वाहनों की आवाजाही बेरोकटोक जारी रही। यही नहीं मार्ग के पास स्थित मझोला चौकी पर भी कोई चेकिंग या सुरक्षा गतिविधि नहीं दिखी। शाम चार बजे तक हालात जस के तस रहे।
जिला अस्पताल में सुरक्षा को लेकर अलर्ट दिखे कर्मी
- अलर्ट के बीच भीड़ वाले जिला अस्पताल में भी सुरक्षा चौकसी रही। अस्पताल के सुरक्षा कर्मी पार्किंग और ओपीडी समेत अन्य भीड़ वाले क्षेत्रों में नजर बनाए दिखाई दिए। दोपहर 12.26 बजे सुरक्षा कर्मियों की मुस्तैदी को कैमरे में कैद किया। लोगों से पूछताछ के साथ ही सुरक्षा कर्मी अलर्ट रहे। सुरक्षा कर्मियों के सुपरवाइजर नरेंद्र पाल ने बताया कि घटना को लेकर समस्त स्टाफ को ब्रीफ कर सतर्कता बढ़ाई गई है।
भारत-नेपाल सीमा पर सख्ती, एसएसबी और पुलिस ने चलाया सघन चेकिंग अभियान
माधोटांडा। जिले की सीमाओं पर सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गई हैं। मंगलवार को एसएसबी और पुलिस की संयुक्त टीमों ने भारत-नेपाल सीमा पर सघन चेकिंग अभियान चलाया। सीमा पर आने-जाने वाले व्यक्तियों से पूछताछ की और वाहनों की गहन तलाशी ली। माधोटांडा क्षेत्र में पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) से सटे होमस्टे पर भी पुलिस ने तलाशी अभियान चलाकर वहां ठहरे लोगों का ब्योरा और अभिलेखों की जांच की। अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या अवैध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की। दिनभर पुलिस और एसएसबी की टीमें बॉर्डर पर अलर्ट मोड में सक्रिय रहीं।
जिलेभर में सुरक्षा कड़ी कर दी है। सीमाओं पर विशेष नजर रखी जा रही है। एसएसबी और पुलिस की संयुक्त टीम लगातार गश्त और चेकिंग कर रही है। थाना प्रभारियों को इस संबंध में जरूरी निर्देश दिए हैं। - अभिषेक यादव, एसपी
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जीआरपी और सिविल पुलिस ने कुछ समय के लिए संयुक्त चेकिंग कर स्थिति का जायजा लिया। डॉग स्क्वायड भी साथ रहा लेकिन दोपहर में ट्रेन आने पर बढ़ी भीड़ के बीच सुरक्षा व्यवस्था ढीली पड़ गई। बस स्टैंड और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर भी दिन में पुलिस की मौजूदगी न के बराबर रही। नेपाल सीमा से सटे इलाकों में पुलिस और एसएसबी ने सक्रियता दिखाते हुए वाहनों की चेकिंग और लोगों से पूछताछ की। उत्तराखंड सीमा पर भी निगरानी कमजोर रही जहां वाहन बेरोकटोक गुजरते रहे। अधिकारी दावा कर रहे हैं कि सतर्कता बरती जा रही है और सीमावर्ती इलाकों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
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रेलवे स्टेशन: जांच न पूछताछ दोपहर में सुस्त दिखे सुरक्षा के इंतजाम
- सहायता काउंटर पर जीआरपी पुलिस की नहीं दिखी मुस्तैदी
- ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों को लेकर गंभीर नहीं दिखे जिम्मेदार
संवाद न्यूज एजेंसी
पीलीभीत। रेलवे स्टेशन पर दोपहर में यात्रियों से बिना जांच, पूछताछ के आवाजाही दिखाई दी। अगर सुरक्षा की बात की जाए तो जीआरपी पुलिस की ओर से किसी भी तरह के सुरक्षा इंतजाम दिखाई नहीं दिए। हाई अलर्ट होने के बाद भी जीआरपी पुलिस की महज खानापूरी दिखाई दी।
दिल्ली में लाल किला के पास हुए धमाके के बाद यूपी में हाई अलर्ट कर दिया। इसके बाद जिले के आला अफसर इसको लेकर गंभीर दिखाई नहीं दिए। सुबह के समय तो रेलवे स्टेशन पर हाई अलर्ट दिखाई दिया। अफसर डॉग स्क्वायड के साथ रेलवे स्टेशन पर गश्त करते दिखाई दिए लेकिन दोपहर करीब दो बजे शक्तिनगर से टनकपुर को जाने वाली ट्रेन पर अफसरों की निगरानी न होने पर अधीनस्थ कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई। ट्रेन के आने के बाद मौके पर मौजूद जीआरपी पुलिस कर्मी ग्रुप में बातचीत करते दिखाई दिए। ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों से किसी तरह की पूछताछ नहीं की गई। ट्रेन से उतरे यात्री उतरने के बाद सीधा गेट से निकल गए। ट्रेन से उतरने वाले संदिग्ध यात्रियों की चेकिंग तो दूर किसी के सामान को भी चेक नहीं किया। सहायता केंद्र पर भी कोई कर्मचारी मौजूद नहीं दिखाई दिया। सहायता केंद्र के पास पहुंचने वाले यात्री उस पर सामान रखे हुए दिखाई दिए।
जीआरपी पुलिस की लापरवाही न बन जाए हादसे का कारण
-पीलीभीत जिला नेपाल की सीमा से जुड़ा हुआ है। अधिकतर लोग घटनाओं के बाद पीलीभीत होते हुए ही नेपाल में चले जाते हैं। इसको लेकर उच्चाधिकारी यहां समय-समय पर चेकिंग के दिशा निर्देश भी देते हैं। इसके बाद भी अधीनस्थ अधिकारी इसको लेकर गंभीर नहीं हैं।
स्टेशन पर उतरने वाले संदिग्ध यात्रियों की चेकिंग की जा रही है। दिल्ली में हुए हादसे के बाद चौकसी बढ़ा दी है। अगर इसके बाद भी कहीं कोई लापरवाही बरती जा रही है तो उसे दिखवाया जाएगा।- अभिषेक पांडे, जीआरपी इंस्पेक्टर।
रोडवेज बस स्टैंड पर भी नहीं दिखीं व्यवस्थाएं
दिल्ली में हुए बम धमाके को लेकर रोडवेज बस स्टैंड पर भी किसी तरह का कोई हाई अलर्ट दिखाई नहीं दिया। रेलवे स्टेशन पर सामान्य जैसे हालात दिखाई दिए। यात्री प्रतीक्षालय में महज एक महिला परिचालक दिखाई दी। जबकि डिपो पर कोई पुलिस कर्मी या फिर अन्य कोई सुरक्षा कर्मी दिखाई नहीं दिया।
उत्तराखंड सीमा पर बेरोकटोक गुजरते रहे वाहन
मझोला। दिल्ली धमाके के बाद जहां जिलेभर में हाईअलर्ट घोषित किया गया है, वहीं उत्तराखंड सीमा से सटे मझोला क्षेत्र में सुरक्षा इंतजामों की पोल खुल गई। टनकपुर हाईवे पर मंगलवार दोपहर डेढ़ बजे के बाद पुलिस या किसी सुरक्षा एजेंसी के जिम्मेदार मौके पर नजर नहीं आए। हाईवे से दोनों ओर वाहनों की आवाजाही बेरोकटोक जारी रही। यही नहीं मार्ग के पास स्थित मझोला चौकी पर भी कोई चेकिंग या सुरक्षा गतिविधि नहीं दिखी। शाम चार बजे तक हालात जस के तस रहे।
जिला अस्पताल में सुरक्षा को लेकर अलर्ट दिखे कर्मी
- अलर्ट के बीच भीड़ वाले जिला अस्पताल में भी सुरक्षा चौकसी रही। अस्पताल के सुरक्षा कर्मी पार्किंग और ओपीडी समेत अन्य भीड़ वाले क्षेत्रों में नजर बनाए दिखाई दिए। दोपहर 12.26 बजे सुरक्षा कर्मियों की मुस्तैदी को कैमरे में कैद किया। लोगों से पूछताछ के साथ ही सुरक्षा कर्मी अलर्ट रहे। सुरक्षा कर्मियों के सुपरवाइजर नरेंद्र पाल ने बताया कि घटना को लेकर समस्त स्टाफ को ब्रीफ कर सतर्कता बढ़ाई गई है।
भारत-नेपाल सीमा पर सख्ती, एसएसबी और पुलिस ने चलाया सघन चेकिंग अभियान
माधोटांडा। जिले की सीमाओं पर सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गई हैं। मंगलवार को एसएसबी और पुलिस की संयुक्त टीमों ने भारत-नेपाल सीमा पर सघन चेकिंग अभियान चलाया। सीमा पर आने-जाने वाले व्यक्तियों से पूछताछ की और वाहनों की गहन तलाशी ली। माधोटांडा क्षेत्र में पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) से सटे होमस्टे पर भी पुलिस ने तलाशी अभियान चलाकर वहां ठहरे लोगों का ब्योरा और अभिलेखों की जांच की। अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या अवैध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की। दिनभर पुलिस और एसएसबी की टीमें बॉर्डर पर अलर्ट मोड में सक्रिय रहीं।
जिलेभर में सुरक्षा कड़ी कर दी है। सीमाओं पर विशेष नजर रखी जा रही है। एसएसबी और पुलिस की संयुक्त टीम लगातार गश्त और चेकिंग कर रही है। थाना प्रभारियों को इस संबंध में जरूरी निर्देश दिए हैं। - अभिषेक यादव, एसपी

रेलवे स्टेशन पर सुबह के समय के समय गशत करते पुलिस कर्मी। स्रोत विभाग

रेलवे स्टेशन पर सुबह के समय के समय गशत करते पुलिस कर्मी। स्रोत विभाग

रेलवे स्टेशन पर सुबह के समय के समय गशत करते पुलिस कर्मी। स्रोत विभाग

रेलवे स्टेशन पर सुबह के समय के समय गशत करते पुलिस कर्मी। स्रोत विभाग

रेलवे स्टेशन पर सुबह के समय के समय गशत करते पुलिस कर्मी। स्रोत विभाग