जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने और संचारी रोगों पर काबू पाने के लिए दो दिनों तक जिले के सभी दफ्तर, बाजार, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, मंडिया आदि शनिवार और रविवार को बाजार, मंडिया और ग्रामीण हॉट भी पूरी तरह से बंद रखे जाएंगे। यह आदेश 13 जुलाई की सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा। डीएम ने एसपी, एसडीएम, डीपीआरओ, ईओ को पत्र लिखकर लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने और दो दिनों में जिलेभर में सफाई अभियान चलाकर शहर और गांवों को साफ-सुथरा करने को कहा है।
सूबे में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए शासन ने दो दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है। शुक्रवार की रात दस बजे से सोमवार सुबह पांच बजे तक लागू लॉकडाउन में सरकारी और अर्द्धसरकारी कार्यालयों के साथ ही बाजार और व्यावसायिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहेंगे। डीएम डा. रुपेश कुमार ने अफसरों को पत्र लिखकर सख्ती से पालन कराने को कहा है। डीएम ने बताया कि आवश्यक वस्तुओं की दुकानें और मेडिकल सुविधाएं जारी रहेंगी। डीएम ने एसडीएम, ईओ और डीपीआरओ को पत्र लिखकर लॉकडाउन के दो दिनों में सफाई अभियान चलाने का कहा है। उन्होंने अफसरों से कहा है कि वह कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करें। साथ ही सफाई अभियान के साथ ही सैनिटाइज करने का कार्य तेजी से कराया जाए।
मालवाहक वाहन चलेंगे, बंद रहेंगी रोडवेज बसें
लॉकडाउन के दो दिनों में सड़कों पर मालवाहक वाहन चलते रहेंगे। रोडवेज की बसें भी नहीं चलेंगी। सिर्फ ट्रेनों से आने वाले यात्रियों को घरों तक पहुंचाने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम बसों की व्यवस्था करेगा। दूध के वाहन और पेट्रोल पंपों के साथ हाईवे के ढाबे भी खुले रहेंगे। ट्रेनों का संचालन भी जारी रहेगा।
सील नहीं किया गया सदर मोड़ का इलाका
डीएम डा. रुपेश कुमार के आदेश के बाद भी शुक्रवार को सदर मोड़ के कंटेनमेंट जोन को नहीं सील किया गया। कैबिनेट मंत्री के आवास के सामने की दुकानें शुक्रवार को खुली रहीं। इधर, लोक निर्माण विभाग ने कहा है कि इलाका सील करने के लिए सीएमओ का पत्र अभी नहीं मिला है।
कैबिनेट मंत्री के तीन परिजनों के कोरोना संक्रमित मिलने पर डीएम डा. रुपेश कुमार ने गुरुवार को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए सदर मोड़ के ढाई सौ मीटर परिधि के इलाके को सील करने को कहा था।
शुक्रवार को इलाका सील नहीं होने से कैबिनेट मंत्री के घर के बगल की दुकानें जहां खुली रहीं, वहीं घर के सामने से दिनभर लोग गुजरते रहे। गुरुवार को डीएम का आदेश आने के बाद लोग मान रहे थे कि शुक्रवार की सुबह सदर मोड़ का रास्ता भी बंद रहेगा। मगर ऐसा नहीं हुआ। इधर लोक निर्माण विभाग खंड दो के अधिशासी अभियंता सुनील दत्त ने बताया कि सदर मोड़ एरिया सील करने के लिए सीएमओ कार्यालय से अभी कोई पत्र नहीं आया है। स्वास्थ्य विभाग की यह लापरवाही शहरियों के लिए भारी पड़ सकती है। हालांकि संक्रमित मरीज बुधवार से ही जिला अस्पताल में भर्ती हैं।
जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने और संचारी रोगों पर काबू पाने के लिए दो दिनों तक जिले के सभी दफ्तर, बाजार, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, मंडिया आदि शनिवार और रविवार को बाजार, मंडिया और ग्रामीण हॉट भी पूरी तरह से बंद रखे जाएंगे। यह आदेश 13 जुलाई की सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा। डीएम ने एसपी, एसडीएम, डीपीआरओ, ईओ को पत्र लिखकर लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने और दो दिनों में जिलेभर में सफाई अभियान चलाकर शहर और गांवों को साफ-सुथरा करने को कहा है।
सूबे में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए शासन ने दो दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है। शुक्रवार की रात दस बजे से सोमवार सुबह पांच बजे तक लागू लॉकडाउन में सरकारी और अर्द्धसरकारी कार्यालयों के साथ ही बाजार और व्यावसायिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहेंगे। डीएम डा. रुपेश कुमार ने अफसरों को पत्र लिखकर सख्ती से पालन कराने को कहा है। डीएम ने बताया कि आवश्यक वस्तुओं की दुकानें और मेडिकल सुविधाएं जारी रहेंगी। डीएम ने एसडीएम, ईओ और डीपीआरओ को पत्र लिखकर लॉकडाउन के दो दिनों में सफाई अभियान चलाने का कहा है। उन्होंने अफसरों से कहा है कि वह कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करें। साथ ही सफाई अभियान के साथ ही सैनिटाइज करने का कार्य तेजी से कराया जाए।
मालवाहक वाहन चलेंगे, बंद रहेंगी रोडवेज बसें
लॉकडाउन के दो दिनों में सड़कों पर मालवाहक वाहन चलते रहेंगे। रोडवेज की बसें भी नहीं चलेंगी। सिर्फ ट्रेनों से आने वाले यात्रियों को घरों तक पहुंचाने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम बसों की व्यवस्था करेगा। दूध के वाहन और पेट्रोल पंपों के साथ हाईवे के ढाबे भी खुले रहेंगे। ट्रेनों का संचालन भी जारी रहेगा।
सील नहीं किया गया सदर मोड़ का इलाका
डीएम डा. रुपेश कुमार के आदेश के बाद भी शुक्रवार को सदर मोड़ के कंटेनमेंट जोन को नहीं सील किया गया। कैबिनेट मंत्री के आवास के सामने की दुकानें शुक्रवार को खुली रहीं। इधर, लोक निर्माण विभाग ने कहा है कि इलाका सील करने के लिए सीएमओ का पत्र अभी नहीं मिला है।
कैबिनेट मंत्री के तीन परिजनों के कोरोना संक्रमित मिलने पर डीएम डा. रुपेश कुमार ने गुरुवार को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए सदर मोड़ के ढाई सौ मीटर परिधि के इलाके को सील करने को कहा था।
शुक्रवार को इलाका सील नहीं होने से कैबिनेट मंत्री के घर के बगल की दुकानें जहां खुली रहीं, वहीं घर के सामने से दिनभर लोग गुजरते रहे। गुरुवार को डीएम का आदेश आने के बाद लोग मान रहे थे कि शुक्रवार की सुबह सदर मोड़ का रास्ता भी बंद रहेगा। मगर ऐसा नहीं हुआ। इधर लोक निर्माण विभाग खंड दो के अधिशासी अभियंता सुनील दत्त ने बताया कि सदर मोड़ एरिया सील करने के लिए सीएमओ कार्यालय से अभी कोई पत्र नहीं आया है। स्वास्थ्य विभाग की यह लापरवाही शहरियों के लिए भारी पड़ सकती है। हालांकि संक्रमित मरीज बुधवार से ही जिला अस्पताल में भर्ती हैं।