रायबरेली। जिले में बृहस्पतिवार से शारदीय नवरात्र की शुरुआत होगी। दो साल बाद नवरात्र पर भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा है। कोरोना के चलते भव्य दुर्गा पूजा आयोजन नहीं हो पाए थे। इस बार दुर्गा पंडाल सज गए हैं।
भक्त गाजे-बाजे के साथ मूर्तियां लेकर पंडालों में पहुंचे, जहां उन्हें पूजा अर्चना के साथ स्थापित करेंगे। हालांकि व्रत रखने वाले भक्तों को फलाहारी पर इस बार जेब ज्यादा हल्की करनी पड़ेगी। फल के साथ ही अन्य सामानों के दाम पिछले साल के मुकाबले कहीं ज्यादा बढ़ गए हैं।
नवरात्र को लेकर मंदिरों की साफ-सफाई और रंग रोगन का काम पूरा कर लिया गया है। बुधवार देर शाम मंदिर झालरों से जगमगा उठे। वहीं बाजारों में भी लोगों की भीड़ दिखी। देर रात तक शहर लेकर कस्बों तक में बाजारों में खरीददारी होती रही।
आंकड़ों पर एक नजर
नाम वर्ष 2020 वर्ष 2021
सिंघाड़ा का आटा 200 240
मखाना 640 680
मूंगफली का दाना 100 120
साबुदाना 80 90
काजू 800 850
बादाम 800 850
सेंधा नमक 70 75
सेब 120 130
केला 34 45
नारियल 35 40
अनार 80 90
नोट : दाम प्रति किलो हिसाब की दर है।
हावी है महंगाई
किराना दुकानदार रिंकू सेनानी बताते हैं कि सिंघाड़ा का आटा व मखाना समेत अन्य जो भी सामान व्रत में प्रयोग किया जाता है, पिछले साल की अपेक्षा उसके दाम इस बार ज्यादा हैं। हालांकि इसके बाद भी भक्तों में नवरात्र को लेकर उत्साह है। सभी खरीदारी के लिए दुकान पर पहुंच रहे हैं। फल दुकानदार अशोक कुमार का कहना है कि सेब, केला आदि के दामों में भी पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा है।
ये हैं जिले के प्रमुख मंदिर
जिले में शहर से लेकर देहात क्षेत्रों में ऐसे सिद्धपीठ हैं। जहां पर नवरात्र पर भक्तों की भारी भीड़ पूजा के लिए जुटती है। इसमें मां संकटा देवी गेगासो, मां अंबिका देवी मुरारमऊ, मंसा देवी मंदिर रायबरेली, गौरा पार्वती मंदिर सतांव, देवगांव की भवानी ऐहार, मां आनंदी देवी भीतरगांव, सिहोर की भवानी भीतरगांव, मढ़ी देवी रायबरेली, मां वैष्णो देवी रालपुर, काली भवानी पाहो, कालिका देवी कुम्हड़ौरा, मां काली देवी सत्यनगर, काली देवी चखरौली, दुर्गा मंदिर लालगंज, मां दुर्गा मंदिर शंकरपुर शामिल हैं।
रायबरेली। जिले में बृहस्पतिवार से शारदीय नवरात्र की शुरुआत होगी। दो साल बाद नवरात्र पर भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा है। कोरोना के चलते भव्य दुर्गा पूजा आयोजन नहीं हो पाए थे। इस बार दुर्गा पंडाल सज गए हैं।
भक्त गाजे-बाजे के साथ मूर्तियां लेकर पंडालों में पहुंचे, जहां उन्हें पूजा अर्चना के साथ स्थापित करेंगे। हालांकि व्रत रखने वाले भक्तों को फलाहारी पर इस बार जेब ज्यादा हल्की करनी पड़ेगी। फल के साथ ही अन्य सामानों के दाम पिछले साल के मुकाबले कहीं ज्यादा बढ़ गए हैं।
नवरात्र को लेकर मंदिरों की साफ-सफाई और रंग रोगन का काम पूरा कर लिया गया है। बुधवार देर शाम मंदिर झालरों से जगमगा उठे। वहीं बाजारों में भी लोगों की भीड़ दिखी। देर रात तक शहर लेकर कस्बों तक में बाजारों में खरीददारी होती रही।
आंकड़ों पर एक नजर
नाम वर्ष 2020 वर्ष 2021
सिंघाड़ा का आटा 200 240
मखाना 640 680
मूंगफली का दाना 100 120
साबुदाना 80 90
काजू 800 850
बादाम 800 850
सेंधा नमक 70 75
सेब 120 130
केला 34 45
नारियल 35 40
अनार 80 90
नोट : दाम प्रति किलो हिसाब की दर है।
हावी है महंगाई
किराना दुकानदार रिंकू सेनानी बताते हैं कि सिंघाड़ा का आटा व मखाना समेत अन्य जो भी सामान व्रत में प्रयोग किया जाता है, पिछले साल की अपेक्षा उसके दाम इस बार ज्यादा हैं। हालांकि इसके बाद भी भक्तों में नवरात्र को लेकर उत्साह है। सभी खरीदारी के लिए दुकान पर पहुंच रहे हैं। फल दुकानदार अशोक कुमार का कहना है कि सेब, केला आदि के दामों में भी पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा है।
ये हैं जिले के प्रमुख मंदिर
जिले में शहर से लेकर देहात क्षेत्रों में ऐसे सिद्धपीठ हैं। जहां पर नवरात्र पर भक्तों की भारी भीड़ पूजा के लिए जुटती है। इसमें मां संकटा देवी गेगासो, मां अंबिका देवी मुरारमऊ, मंसा देवी मंदिर रायबरेली, गौरा पार्वती मंदिर सतांव, देवगांव की भवानी ऐहार, मां आनंदी देवी भीतरगांव, सिहोर की भवानी भीतरगांव, मढ़ी देवी रायबरेली, मां वैष्णो देवी रालपुर, काली भवानी पाहो, कालिका देवी कुम्हड़ौरा, मां काली देवी सत्यनगर, काली देवी चखरौली, दुर्गा मंदिर लालगंज, मां दुर्गा मंदिर शंकरपुर शामिल हैं।