UP: संभल से सपा विधायक इकबाल बोले- वंदे मातरम हमें याद तो नहीं, सम्मान में खड़े हो जाते हैं, राष्ट्रगान जरूरी
संभल के सपा विधायक इकबाल महमूद ने कहा कि वंदे मातरम गाना अनिवार्य नहीं है, सम्मान में खड़ा होना पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रगान अनिवार्य है और दिल से गाना चाहिए। उधर, सांसद बर्क ने कहा कि देश को विकास और भाईचारे की राह पर चलना होगा।
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लोकसभा या विधानसभा सत्र के शुरू होने पर वंदे मातरम गीत गाते हैं, हमें तो वंदे मातरम गीत याद नहीं है लेकिन सम्मान में हम खड़े हो जाते हैं। राष्ट्रगान तो अनिवार्य है और उसको दिल से गाना चाहिए लेकिन वंदे मातरम अनिवार्य नहीं है। यह कहना है संभल के सपा विधायक इकबाल महमूद का।
सपा विधायक इकबाल महमूद ने मियां सराय में मीडिया से बातचीत की। एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रदेश में योगी सरकार है। सरकार अगर सभी शैक्षणिक संस्थानों में वंदे मातरम गाने का आदेश देगी तो उसका पालन करना सभी शिक्षकों की मजबूरी होगी।
उनकी सरकार है तो वह कुछ भी आदेश कर सकते हैं। विधायक ने एक अन्य सवाल पर कहा कि वंदे मातरम अनिवार्य तो नहीं। मर्जी है कि गाना चाहते हैं तो गाएं और नहीं गाना चाहते तो कोई बात नहीं।
देश को विकास और भाईचारे की राह पर चलना होगा : बर्क
देश को विकास और भाईचारे की राह पर चलना होगा, न कि नफरत की राजनीति पर। यह बातें बृहस्पतिवार को महिला सभा की पूर्व जिलाध्यक्ष संगीता यादव के आवास पर पहुंचे सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहीं। सांसद ने कहा कि दिल्ली आतंकी हमले जैसी घटना देश को झकझोर देती है। इसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
कहा कि समाजवादी पार्टी सदैव शांति, समानता और संविधान के सम्मान की पक्षधर रही है। हम राष्ट्रगान और वंदे मातरम दोनों का आदर करते हैं, लेकिन किसी को इन्हें गाने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता, क्योंकि संविधान हर नागरिक को स्वतंत्रता देता है। कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव सपा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनेंगे।