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Sant Kabir Nagar News: ऑनलाइन हाजिरी और अतिरिक्त कार्य के विरोध में उतरे ग्राम सचिव
संवाद न्यूज एजेंसी, संत कबीर नगर
Updated Tue, 02 Dec 2025 01:22 AM IST
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बेलहर कला पर आनलाइन फेस अटेडेंस विरोध में प्रदर्शन करते कर्मी- संवाद
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संतकबीरनगर। प्रदेश सरकार की ओर से ऑनलाइन उपस्थिति और अन्य विभागों के कार्य थोपे जाने का ग्राम सचिवों ने मुखर विरोध शुरू कर दिया है। प्रदेश संगठन के आह्वान पर ग्राम सचिव और ग्राम विकास अधिकारियों ने सोमवार से सांकेतिक सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत की। ब्लॉक परिसरों में काली पट्टी बांधकर धरना दिया। चार दिसंबर तक काली पट्टी बांध कर शासकीय कार्यों का निष्पादन करेंगे। 5 दिसंबर को प्रदेशभर में सचिव धरना देंगे और सभी सरकारी व्हाट्सएप ग्रुप से बाहर हो जाएंगे। 10 दिसंबर को सभी सचिव निजी वाहन का उपयोग बंद कर देंगे। 15 दिसंबर को सचिव अपने डोंगल जमा करेंगे।
सेमरियावां प्रतिनिधि के अनुसार, ब्लाॅक के सचिवों ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करते हुए ऑनलाइन उपस्थिति का जबरदस्त विरोध किया। ग्राम सचिव एक दिसंबर से चार दिसंबर तक काली पट्टी बांध कर शासकीय कार्यों का निष्पादन करेंगे। पांच दिसंबर को विरोध प्रदर्शन करते बीडीओ के माध्यम मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपेंगे।
ग्राम सचिव योगेंद्र कुमार गौड़, रजनी सिंह, कुणाल सिंह, राहुल यादव, विमला यादव, संतोष पांडेय, असदुल्लाह खान, अस्तित्व गोस्वामी, अनिल कुमार चौधरी, गुलाब चंद, प्रवेश कुमार आदि ने बताया कि एक दिन में चार बार ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं, जो संभव नहीं है।
कर्मचारियों का कहना है कि सरकार बिना संसाधन दिए हमसे रोबोट की भांति कार्य लेना चाहती है। दो सौ रुपये साइकिल भत्ता देकर महीने भर ग्राम पंचायत से ब्लॉक तक और ब्लाॅक से जिला मुख्यालय तक मीटिंग के लिए बुलाया जाता है। बिना मोबाइल और डाटा दिए सभी कार्य हमारे व्यक्तिगत मोबाइल से लिए जाते हैं। अक्सर जूम मीटिंग असमय की जाती है। दबाव देकर अन्य विभागों के कार्य कराए जाते हैं। अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाती है।
बेलहर प्रतिनिधि के अनुसार, ब्लॉक परिसर में पंचायत विभाग के कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर सरकार के फैसले का विरोध जताया और इसे कर्मचारियों के हितों के विपरीत बताया। उनका कहना है कि ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली व्यावहारिक रूप से उपयुक्त नहीं है। वे पहले से ही कार्यभार से दबे हुए हैं। ऐसे में अन्य विभागीय कार्यों का अतिरिक्त बोझ अनुचित है। इस दौरान सर्वेश कुमार सिंह, सौरभ चौधरी, अजित सिंह, प्रमोद कुमार यादव आदि मौजूद रहे।
रोसयाबाजार प्रतिनिधि के अनुसार, पौली ब्लॉक परिसर में ग्राम पंचायत सचिवों और ग्राम विकास अधिकारियों ने सांकेतिक सत्याग्रह किया। काली पट्टी बांधकर ब्लॉक परिसर में नारेबाजी की। ग्राम सचिवों ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री, फैमिली आईडी, आयुष्मान कार्ड, पेंशन सत्यापन, गौशाला प्रबंधन, पराली प्रबंधन और सोलर पैनल जैसे गैर-विभागीय कार्यों के भारी दबाव के कारण वे अपने मूल कार्य नहीं कर पा रहे हैं। उनका कहना था कि इससे वे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित हैं। सचिवों ने चेतावनी दी है कि यदि शासन उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लेता है, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। इस मौके पर ग्राम सचिव राजेश कुमार, पिंटू यादव, सतीश कुमार, राम प्रताप राय, संतोष मिश्र, रमाकांत, अमरीश पटेल, बृजेश यादव आदि मौजूद रहे।
मेंहदावल प्रतिनिधि के अनुसार, ब्लॉक परिसर में ग्राम पंचायत सचिवों ने काली पट्टी बांधकर शासकीय कार्य करते हुए प्रतीकात्मक विरोध की शुरू कर दिया। जिला मीडिया प्रभारी ग्राम पंचायत अधिकारी संघ अभिनव रवि वत्स ने बताया हम ग्राम पंचायत सचिवों ने सरकार को कड़ा संदेश देते हुए ऑनलाइन उपस्थिति सिस्टम और गैर-विभागीय कार्यों के बोझ के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। जिसमें आज से चार दिसंबर यह सांकेतिक विरोध शुरू किया गया है। मांग पर कोई असर नहीं होने पर पांच दिसंबर से प्रदेश भर में सचिव धरने पर बैठेंगे। इस अवसर पर देव प्रताप सिंह अवनीश गौड, विकास श्रीवास्तव, अक्षय कुमार, सरमद खान आदि मौजूद रहे।
ग्राम पंचायत सचिवों ने शुरू किया 15 दिवसीय सत्याग्रह
सांथा। ग्राम पंचायत सचिवों ने सोमवार से ब्लाॅक परिसर में 15 दिवसीय सांकेतिक सत्याग्रह शुरू कर दिया। यह आंदोलन प्रदेश ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष क्षितिज चौधरी के निर्देशन में आयोजित किया गया। क्षितिज चौधरी ने कहा कि आंदोलन के पहले चरण में, 1 से 4 दिसंबर तक सचिव काली पट्टी बांधकर शासकीय कार्य करेंगे। यह प्रतीकात्मक विरोध की शुरुआत है। इसके बाद 5 दिसंबर को प्रदेशभर में सचिव धरना देंगे और सभी सरकारी व्हाट्सएप समूहों से बाहर हो जाएंगे। 10 दिसंबर को सभी सचिव निजी वाहनों का उपयोग बंद कर देंगे। इससे फील्ड कार्य प्रभावित हो सकते हैं। आंदोलन के अंतिम चरण में 15 दिसंबर को सचिव अपने डोंगल ब्लॉक कार्यालयों में जमा करेंगे, जिससे तकनीकी कार्य प्रभावित होने की आशंका है।
ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिला मीडिया प्रभारी अभिनव रवि वत्स ने कहा अब सचिव बोझिल कार्यप्रणाली और अव्यवस्थित ऑनलाइन सिस्टम का दबाव नहीं झेलेंगे। जब तक समस्याओं का समाधान नहीं होता, आंदोलन और तेज होगा। सचिवों की इस एकजुटता से प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है। इस दौरान सचिव शिवमूरत मौर्या, करणजीत यादव, शिवप्रसाद सिंह, अश्विनी गौतम, श्रवण पासवान, सुशील कुमार सिंह, अफजल अहमद, अतुल चौधरी, राकेश कुमार आदि शामिल रहे।
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सेमरियावां प्रतिनिधि के अनुसार, ब्लाॅक के सचिवों ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करते हुए ऑनलाइन उपस्थिति का जबरदस्त विरोध किया। ग्राम सचिव एक दिसंबर से चार दिसंबर तक काली पट्टी बांध कर शासकीय कार्यों का निष्पादन करेंगे। पांच दिसंबर को विरोध प्रदर्शन करते बीडीओ के माध्यम मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपेंगे।
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ग्राम सचिव योगेंद्र कुमार गौड़, रजनी सिंह, कुणाल सिंह, राहुल यादव, विमला यादव, संतोष पांडेय, असदुल्लाह खान, अस्तित्व गोस्वामी, अनिल कुमार चौधरी, गुलाब चंद, प्रवेश कुमार आदि ने बताया कि एक दिन में चार बार ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं, जो संभव नहीं है।
कर्मचारियों का कहना है कि सरकार बिना संसाधन दिए हमसे रोबोट की भांति कार्य लेना चाहती है। दो सौ रुपये साइकिल भत्ता देकर महीने भर ग्राम पंचायत से ब्लॉक तक और ब्लाॅक से जिला मुख्यालय तक मीटिंग के लिए बुलाया जाता है। बिना मोबाइल और डाटा दिए सभी कार्य हमारे व्यक्तिगत मोबाइल से लिए जाते हैं। अक्सर जूम मीटिंग असमय की जाती है। दबाव देकर अन्य विभागों के कार्य कराए जाते हैं। अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाती है।
बेलहर प्रतिनिधि के अनुसार, ब्लॉक परिसर में पंचायत विभाग के कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर सरकार के फैसले का विरोध जताया और इसे कर्मचारियों के हितों के विपरीत बताया। उनका कहना है कि ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली व्यावहारिक रूप से उपयुक्त नहीं है। वे पहले से ही कार्यभार से दबे हुए हैं। ऐसे में अन्य विभागीय कार्यों का अतिरिक्त बोझ अनुचित है। इस दौरान सर्वेश कुमार सिंह, सौरभ चौधरी, अजित सिंह, प्रमोद कुमार यादव आदि मौजूद रहे।
रोसयाबाजार प्रतिनिधि के अनुसार, पौली ब्लॉक परिसर में ग्राम पंचायत सचिवों और ग्राम विकास अधिकारियों ने सांकेतिक सत्याग्रह किया। काली पट्टी बांधकर ब्लॉक परिसर में नारेबाजी की। ग्राम सचिवों ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री, फैमिली आईडी, आयुष्मान कार्ड, पेंशन सत्यापन, गौशाला प्रबंधन, पराली प्रबंधन और सोलर पैनल जैसे गैर-विभागीय कार्यों के भारी दबाव के कारण वे अपने मूल कार्य नहीं कर पा रहे हैं। उनका कहना था कि इससे वे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित हैं। सचिवों ने चेतावनी दी है कि यदि शासन उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लेता है, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। इस मौके पर ग्राम सचिव राजेश कुमार, पिंटू यादव, सतीश कुमार, राम प्रताप राय, संतोष मिश्र, रमाकांत, अमरीश पटेल, बृजेश यादव आदि मौजूद रहे।
मेंहदावल प्रतिनिधि के अनुसार, ब्लॉक परिसर में ग्राम पंचायत सचिवों ने काली पट्टी बांधकर शासकीय कार्य करते हुए प्रतीकात्मक विरोध की शुरू कर दिया। जिला मीडिया प्रभारी ग्राम पंचायत अधिकारी संघ अभिनव रवि वत्स ने बताया हम ग्राम पंचायत सचिवों ने सरकार को कड़ा संदेश देते हुए ऑनलाइन उपस्थिति सिस्टम और गैर-विभागीय कार्यों के बोझ के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। जिसमें आज से चार दिसंबर यह सांकेतिक विरोध शुरू किया गया है। मांग पर कोई असर नहीं होने पर पांच दिसंबर से प्रदेश भर में सचिव धरने पर बैठेंगे। इस अवसर पर देव प्रताप सिंह अवनीश गौड, विकास श्रीवास्तव, अक्षय कुमार, सरमद खान आदि मौजूद रहे।
ग्राम पंचायत सचिवों ने शुरू किया 15 दिवसीय सत्याग्रह
सांथा। ग्राम पंचायत सचिवों ने सोमवार से ब्लाॅक परिसर में 15 दिवसीय सांकेतिक सत्याग्रह शुरू कर दिया। यह आंदोलन प्रदेश ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष क्षितिज चौधरी के निर्देशन में आयोजित किया गया। क्षितिज चौधरी ने कहा कि आंदोलन के पहले चरण में, 1 से 4 दिसंबर तक सचिव काली पट्टी बांधकर शासकीय कार्य करेंगे। यह प्रतीकात्मक विरोध की शुरुआत है। इसके बाद 5 दिसंबर को प्रदेशभर में सचिव धरना देंगे और सभी सरकारी व्हाट्सएप समूहों से बाहर हो जाएंगे। 10 दिसंबर को सभी सचिव निजी वाहनों का उपयोग बंद कर देंगे। इससे फील्ड कार्य प्रभावित हो सकते हैं। आंदोलन के अंतिम चरण में 15 दिसंबर को सचिव अपने डोंगल ब्लॉक कार्यालयों में जमा करेंगे, जिससे तकनीकी कार्य प्रभावित होने की आशंका है।
ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिला मीडिया प्रभारी अभिनव रवि वत्स ने कहा अब सचिव बोझिल कार्यप्रणाली और अव्यवस्थित ऑनलाइन सिस्टम का दबाव नहीं झेलेंगे। जब तक समस्याओं का समाधान नहीं होता, आंदोलन और तेज होगा। सचिवों की इस एकजुटता से प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है। इस दौरान सचिव शिवमूरत मौर्या, करणजीत यादव, शिवप्रसाद सिंह, अश्विनी गौतम, श्रवण पासवान, सुशील कुमार सिंह, अफजल अहमद, अतुल चौधरी, राकेश कुमार आदि शामिल रहे।

बेलहर कला पर आनलाइन फेस अटेडेंस विरोध में प्रदर्शन करते कर्मी- संवाद