-राजनीति में साम्प्रदायिकता काफी ज्यादा बढ़ गई। अब ध्रुवीकरण की राजनीति की जा रही है। रोजगार, विकास, महिला सशक्तिरण के नाम पर चुनाव नहीं होते हैं। नेता अपना हित साधने में जुटे हैं। युवा बेरोजगारी का दंश झेलकर घुटन भरी जिंदगी जीने को मजबूर हैं। वहीं नेता हिन्दू-मुस्लिम की राजनीति कर वोट मांग रहे हैं।
आयुष मिश्रा, छात्र
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सोच-समझकर करें मतदान
फोटो नंबर 28
-विधानसभा चुनाव की शुरुआत होते ही नेताओं ने वोटरों को लुभाने के लिए वादों का पिटारा खोल दिया। चुनाव के बाद कोई भी पलटकर नहीं देखता है। वोटरों के पास मौका है कि वह ऐसे नेता के पक्ष में मतदान करें, जो उसके सुख-दुख का साथी हो और युवाओं के लिए रोजगार के सुनहरे अवसर प्रदान कर सकें।
संजीव मिश्रा
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विकास के मुद्दे को सोचकर वोट दें
फोटो नंबर 27
-सरकार और विधायक चुनने से पहले लोगों को मुद्दों की बात जरूर करना चाहिए। हमारे शहर और प्रदेश में कितना विकास हुआ। यह ध्यान में रखना है। जाति-मजहब के आधार पर वोट देने से बाज आना चाहिए। हमेशा ऐसे इंसान को वोट दें, जो विकास के रास्ते खोल सकें और जनता का भला करने वाला हो।
सैयद कैफी अख्तर
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वोट देने जरूर जाएं
फोटो नंबर 29
-वोट के लिए हर प्रत्येक को जागरूक होना चाहिए। आमतौर पर देखते हैं कि मतदान वाले दिन लोग घर पर छुट्टी मनाते रहते हैं। लोकतंत्र के महापर्व पर अपना योगदान देने को जाते नहीं है। पांच साल के बाद वोट देने का मौका मिलता है। इसलिए अपने मत का प्रयोग करने जरूर जाएं। जिससे आपकी पसंद की सरकार बन सकें।
साहिल खान।
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बेदाग छवि के प्रत्याशी को दें वोट
फोटो नंबर 26 कायनात
-लोकतंत्र में अपनी भागेदारी करने के लिए वोट जरूर करें। वोट कर ही हम अपनी पसंद की सरकार को चुन सकते हैं। बेदाग छवि वाले प्रत्याशी को वोट देकर अपना विधायक चुनेंगे। चूंकि, चुनावी मौसम है। ऐसे में नेता तमाम वादे लेकर दरवाजे पर वोट मांगने के लिए आएंगे। ऐसे नेताओं से सावधान रहने की जरूरत है।
कायनात
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गली-मोहल्लों में गंदगी से दिक्कत
फोटो नंबर 24 मानसी
-शहर के विकास कार्यों को आगे बढ़ाने वाले को वोट देंगे। वर्तमान में शहर की प्रमुख सडक़ें भले ही साफ है, पर गलियों और मोहल्लों की हालत काफी ज्यादा खराब है। कूड़े के ढेर लगे होने के कारण लोगों को काफी दुश्वारियों से दो-चार होना पड़ता है। वहीं नगर निगम के अधिकारी जनता की बात को सुनते नहीं है।
मानसी
-राजनीति में साम्प्रदायिकता काफी ज्यादा बढ़ गई। अब ध्रुवीकरण की राजनीति की जा रही है। रोजगार, विकास, महिला सशक्तिरण के नाम पर चुनाव नहीं होते हैं। नेता अपना हित साधने में जुटे हैं। युवा बेरोजगारी का दंश झेलकर घुटन भरी जिंदगी जीने को मजबूर हैं। वहीं नेता हिन्दू-मुस्लिम की राजनीति कर वोट मांग रहे हैं।
आयुष मिश्रा, छात्र
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सोच-समझकर करें मतदान
फोटो नंबर 28
-विधानसभा चुनाव की शुरुआत होते ही नेताओं ने वोटरों को लुभाने के लिए वादों का पिटारा खोल दिया। चुनाव के बाद कोई भी पलटकर नहीं देखता है। वोटरों के पास मौका है कि वह ऐसे नेता के पक्ष में मतदान करें, जो उसके सुख-दुख का साथी हो और युवाओं के लिए रोजगार के सुनहरे अवसर प्रदान कर सकें।
संजीव मिश्रा
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विकास के मुद्दे को सोचकर वोट दें
फोटो नंबर 27
-सरकार और विधायक चुनने से पहले लोगों को मुद्दों की बात जरूर करना चाहिए। हमारे शहर और प्रदेश में कितना विकास हुआ। यह ध्यान में रखना है। जाति-मजहब के आधार पर वोट देने से बाज आना चाहिए। हमेशा ऐसे इंसान को वोट दें, जो विकास के रास्ते खोल सकें और जनता का भला करने वाला हो।
सैयद कैफी अख्तर
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वोट देने जरूर जाएं
फोटो नंबर 29
-वोट के लिए हर प्रत्येक को जागरूक होना चाहिए। आमतौर पर देखते हैं कि मतदान वाले दिन लोग घर पर छुट्टी मनाते रहते हैं। लोकतंत्र के महापर्व पर अपना योगदान देने को जाते नहीं है। पांच साल के बाद वोट देने का मौका मिलता है। इसलिए अपने मत का प्रयोग करने जरूर जाएं। जिससे आपकी पसंद की सरकार बन सकें।
साहिल खान।
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बेदाग छवि के प्रत्याशी को दें वोट
फोटो नंबर 26 कायनात
-लोकतंत्र में अपनी भागेदारी करने के लिए वोट जरूर करें। वोट कर ही हम अपनी पसंद की सरकार को चुन सकते हैं। बेदाग छवि वाले प्रत्याशी को वोट देकर अपना विधायक चुनेंगे। चूंकि, चुनावी मौसम है। ऐसे में नेता तमाम वादे लेकर दरवाजे पर वोट मांगने के लिए आएंगे। ऐसे नेताओं से सावधान रहने की जरूरत है।
कायनात
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गली-मोहल्लों में गंदगी से दिक्कत
फोटो नंबर 24 मानसी
-शहर के विकास कार्यों को आगे बढ़ाने वाले को वोट देंगे। वर्तमान में शहर की प्रमुख सडक़ें भले ही साफ है, पर गलियों और मोहल्लों की हालत काफी ज्यादा खराब है। कूड़े के ढेर लगे होने के कारण लोगों को काफी दुश्वारियों से दो-चार होना पड़ता है। वहीं नगर निगम के अधिकारी जनता की बात को सुनते नहीं है।
मानसी