पुवायां। प्रशासन की ओर से रोक लगाए जाने के बाद भी खुटार और बंडा में तीन किसानों ने साठा धान खेतों में रोप दिया है। शिकायत मिलने पर राजस्व विभाग की टीम ने जांच के बाद तीनों किसानों को नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में फसल को नष्ट करने की चेतावनी दी है। अगर किसान स्वयं फसल नष्ट नहीं करते हैं तो तहसील प्रशासन कार्रवाई करेगा।
साठा धान को तैयार करने में पानी का खर्च ज्यादा होने और भूगर्भ जल का स्तर लगातार नीचे जाने की जानकारी के बाद भविष्य में पानी का संकट देखते हुए प्रशासन ने दो वर्ष से साठा धान लगाने पर रोक लगा रखी है। रोक के बाद भी कुछ किसानों ने साठा धान की पौध रोप दी थी। तहसील प्रशासन के पास साठा धान की पौध डालने की शिकायतें पहुंची तो प्रशासन ने किसानों को पौध नष्ट करने के निर्देश दिए थे, लेकिन किसानों ने अधिकारियों की बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया।
पौध तैयार होने के बाद किसानों ने धान की रोपाई शुरू कर दी। खुटार के गांव रौतापुर कलां, बंडा के गांव किशनपुर पड़री और धर्मापुर में तीन किसानों ने साठा धान की रोपाई कर दी है। आसपास के किसानों ने साठा धान रोपे जाने की जानकारी तहसील प्रशासन को दी तो एसडीएम ने लेखपालों को मामले की जांच करके रिपोर्ट तलब की थी। लेखपालों ने जांच रिपोर्ट एसडीएम को सौंप दी है। नायब तहसीलदार आशीष सिंह ने बताया कि तीनों किसानों को नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में साठा धान को नष्ट करने की चेतावनी दी गई है। अगर किसान स्वयं साठा धान नष्ट नहीं करते हैं तो प्रशासन की ओर से किसानों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
साठा धान की रोपाई करने का प्रकरण संज्ञान में आया था, जांच में शिकायत सही पाई गई है। अगर किसान खुद साठा धान को नष्ट नहीं करता है तो कडी कार्रवाई की जाएगी। - सुशांत श्रीवास्तव, एसडीएम पुवायां
पुवायां। प्रशासन की ओर से रोक लगाए जाने के बाद भी खुटार और बंडा में तीन किसानों ने साठा धान खेतों में रोप दिया है। शिकायत मिलने पर राजस्व विभाग की टीम ने जांच के बाद तीनों किसानों को नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में फसल को नष्ट करने की चेतावनी दी है। अगर किसान स्वयं फसल नष्ट नहीं करते हैं तो तहसील प्रशासन कार्रवाई करेगा।
साठा धान को तैयार करने में पानी का खर्च ज्यादा होने और भूगर्भ जल का स्तर लगातार नीचे जाने की जानकारी के बाद भविष्य में पानी का संकट देखते हुए प्रशासन ने दो वर्ष से साठा धान लगाने पर रोक लगा रखी है। रोक के बाद भी कुछ किसानों ने साठा धान की पौध रोप दी थी। तहसील प्रशासन के पास साठा धान की पौध डालने की शिकायतें पहुंची तो प्रशासन ने किसानों को पौध नष्ट करने के निर्देश दिए थे, लेकिन किसानों ने अधिकारियों की बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया।
पौध तैयार होने के बाद किसानों ने धान की रोपाई शुरू कर दी। खुटार के गांव रौतापुर कलां, बंडा के गांव किशनपुर पड़री और धर्मापुर में तीन किसानों ने साठा धान की रोपाई कर दी है। आसपास के किसानों ने साठा धान रोपे जाने की जानकारी तहसील प्रशासन को दी तो एसडीएम ने लेखपालों को मामले की जांच करके रिपोर्ट तलब की थी। लेखपालों ने जांच रिपोर्ट एसडीएम को सौंप दी है। नायब तहसीलदार आशीष सिंह ने बताया कि तीनों किसानों को नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में साठा धान को नष्ट करने की चेतावनी दी गई है। अगर किसान स्वयं साठा धान नष्ट नहीं करते हैं तो प्रशासन की ओर से किसानों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
साठा धान की रोपाई करने का प्रकरण संज्ञान में आया था, जांच में शिकायत सही पाई गई है। अगर किसान खुद साठा धान को नष्ट नहीं करता है तो कडी कार्रवाई की जाएगी। - सुशांत श्रीवास्तव, एसडीएम पुवायां