शामली में अपहृत नोमान करीब 12 घंटे तक अपहर्ताओं के कब्जे में रहा। पुलिस के मुताबिक बाइक सवार दो युवक बालक को बाइक पर ले गए, जबकि उनके दो साथी दूसरी बाइक पर चल रहे थे। नहर पटरी के रास्ते बड़ौत क्षेत्र में किराये पर नर्सरी चलाने वाले आरिफ के पास ले गए। गिरफ्तार पांच आरोपियों में एक सूफियान अपहृत बच्चे की दूर की रिश्तेदारी से है और वह बच्चो को छपरौली मार्ग स्थित नर्सरी तक पहुंचाकर वापस आ गया, आने के बाद वह पीड़ित के घर की निगरानी करता रहा।
अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस में हड़कंप मच गया। बच्चे को जिला बागपत के बड़ौत से छपरौली जाने वाले रास्ते पर गांव मलकपुर के पास नर्सरी में बनाए गई कोठरी में रखा गया था। गिरफ्तार आरोपियों ने कुछ दिन पहले बच्चे का अपहरण कर फिरौती वसूलने की साजिश रची थी। पुलिस ने शक के घेरे में आते ही सूफियान को दबोच लिया और उसके बाद पुलिस ने अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर बच्चे को सकुशल बरामद किया। परिजनों के अनुसार बच्चे ने बताया कि अपहर्ताओं ने उसके साथ मारपीट की और नहर पटरी के रास्ते ले गए। उसे नहर में फेंकने की धमकी देकर चुप रहने के लिए कहा। इसके बाद उसे नशे की गोली खिलाकर अचेत कर दिया।
एसपी का परिजनों ने किया सम्मान
एसपी सुकीर्ति माधव बुधवार दोपहर को अपहृत बच्चे के घर पहुंचे। उन्होंने बच्चे से घटना के बारे में जानकारी ली, हालांकि वह ज्यादा कुछ नहीं बता सका। इस दौरान परिजनों ने बच्चे के सकुशल बरामद करने में पुलिस की कार्रवाई की सराहना करते हुए एसपी व कोतवाली प्रभारी का फूल माला पहनाकर सम्मान किया।
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सर्विलांस, साइबर सेल की मदद से अपहर्ताओं तक पहुंची पुलिस
बच्चे नोमान का अपहरण करने वाले आरोपियों तक पुलिस सर्विलांस की मदद से पहुंची। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने उत्तराखंड व दिल्ली से नए सिम खरीदे थे। उन नंबरों का इस्तेमाल सिर्फ फिरौती वसूलने के लिए किया जाना था। कॉल आने के बाद सर्विलांस और साइबर सेल को जांच पड़ताल कर आरोपियों की पहचान करने में सफलता मिली। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
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विस्तार
शामली में अपहृत नोमान करीब 12 घंटे तक अपहर्ताओं के कब्जे में रहा। पुलिस के मुताबिक बाइक सवार दो युवक बालक को बाइक पर ले गए, जबकि उनके दो साथी दूसरी बाइक पर चल रहे थे। नहर पटरी के रास्ते बड़ौत क्षेत्र में किराये पर नर्सरी चलाने वाले आरिफ के पास ले गए। गिरफ्तार पांच आरोपियों में एक सूफियान अपहृत बच्चे की दूर की रिश्तेदारी से है और वह बच्चो को छपरौली मार्ग स्थित नर्सरी तक पहुंचाकर वापस आ गया, आने के बाद वह पीड़ित के घर की निगरानी करता रहा।
अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस में हड़कंप मच गया। बच्चे को जिला बागपत के बड़ौत से छपरौली जाने वाले रास्ते पर गांव मलकपुर के पास नर्सरी में बनाए गई कोठरी में रखा गया था। गिरफ्तार आरोपियों ने कुछ दिन पहले बच्चे का अपहरण कर फिरौती वसूलने की साजिश रची थी। पुलिस ने शक के घेरे में आते ही सूफियान को दबोच लिया और उसके बाद पुलिस ने अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर बच्चे को सकुशल बरामद किया। परिजनों के अनुसार बच्चे ने बताया कि अपहर्ताओं ने उसके साथ मारपीट की और नहर पटरी के रास्ते ले गए। उसे नहर में फेंकने की धमकी देकर चुप रहने के लिए कहा। इसके बाद उसे नशे की गोली खिलाकर अचेत कर दिया।
एसपी का परिजनों ने किया सम्मान
एसपी सुकीर्ति माधव बुधवार दोपहर को अपहृत बच्चे के घर पहुंचे। उन्होंने बच्चे से घटना के बारे में जानकारी ली, हालांकि वह ज्यादा कुछ नहीं बता सका। इस दौरान परिजनों ने बच्चे के सकुशल बरामद करने में पुलिस की कार्रवाई की सराहना करते हुए एसपी व कोतवाली प्रभारी का फूल माला पहनाकर सम्मान किया।
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सर्विलांस, साइबर सेल की मदद से अपहर्ताओं तक पहुंची पुलिस
बच्चे नोमान का अपहरण करने वाले आरोपियों तक पुलिस सर्विलांस की मदद से पहुंची। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने उत्तराखंड व दिल्ली से नए सिम खरीदे थे। उन नंबरों का इस्तेमाल सिर्फ फिरौती वसूलने के लिए किया जाना था। कॉल आने के बाद सर्विलांस और साइबर सेल को जांच पड़ताल कर आरोपियों की पहचान करने में सफलता मिली। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
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