{"_id":"6914cc0faa15351994017f1a","slug":"siddharthnagar-news-asthma-patients-worried-numbers-doubled-in-hospital-siddharthnagar-news-c-227-1-sdn1003-148036-2025-11-12","type":"story","status":"publish","title_hn":"Siddharthnagar News: दमा के मरीजों की बढ़ी परेशानी, अस्पताल में दोगुनी हुई संख्या","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Siddharthnagar News: दमा के मरीजों की बढ़ी परेशानी, अस्पताल में दोगुनी हुई संख्या
संवाद न्यूज एजेंसी, सिद्धार्थनगर
Updated Wed, 12 Nov 2025 11:33 PM IST
विज्ञापन
मेडिकल कालेज के ओपीडी में मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी लेते डॉ. गौरव दूबे। संवाद
विज्ञापन
सिद्धार्थनगर। मौसम में बदलाव के कारण बढ़ती ठंड से दमा रोगियों की सांसें फूला रही है। मेडिकल कॉलेज में वर्तमान समय में इस तरह के 25 मरीज भर्ती हैं जबकि दोगुनी संख्या में मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं। इन्हें भर्ती करके ऑक्सीजन के जरिये राहत दी जा रही है। चिकित्सकों के मुताबिक, दमा रोगियों की सांस नलियों में सिकुड़न और सूजन आने से परेशानी बढ़ गई है।
माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन वार्ड के ओपीडी में भी मरीजों की संख्या बढ़ी है। मौसम में बदलाव का असर लोगों की सेहत पर पड़ रह है। इससे मौसम सांस के मरीजों के लिए समस्या बढ़ गई है। ओपीडी में 40 से 50 मरीज आ रहे हैं, जिसमें से कई मरीजों का नेबुलाइजर भी करना पड़ रहा है।
मेडिकल कॉलेज के मेडिसन विभागाध्यक्ष डॉ. गौरव दुबे ने बताया कि सुबह-शाम की ठंड और दोपहर में धूप खिलने से गर्मी हो रही हैं। इससे मरीजों को सांस की समस्या हो रही हैं। ठंड लगने से शरीर की नशे सिकुड़ने लगते हैं, जिससे श्वास नलिकाएं भी बंद हो रही है। जिससे मरीजों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि सांस की परेशानी अधिक होने पर दमा रोगियों का ऑक्सीजन लेवल कम होने लगता है। ऐसे में ठंडक के मौसम में इन्हें सावधान रहने की जरूरत हैं।
Trending Videos
माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन वार्ड के ओपीडी में भी मरीजों की संख्या बढ़ी है। मौसम में बदलाव का असर लोगों की सेहत पर पड़ रह है। इससे मौसम सांस के मरीजों के लिए समस्या बढ़ गई है। ओपीडी में 40 से 50 मरीज आ रहे हैं, जिसमें से कई मरीजों का नेबुलाइजर भी करना पड़ रहा है।
विज्ञापन
विज्ञापन
मेडिकल कॉलेज के मेडिसन विभागाध्यक्ष डॉ. गौरव दुबे ने बताया कि सुबह-शाम की ठंड और दोपहर में धूप खिलने से गर्मी हो रही हैं। इससे मरीजों को सांस की समस्या हो रही हैं। ठंड लगने से शरीर की नशे सिकुड़ने लगते हैं, जिससे श्वास नलिकाएं भी बंद हो रही है। जिससे मरीजों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि सांस की परेशानी अधिक होने पर दमा रोगियों का ऑक्सीजन लेवल कम होने लगता है। ऐसे में ठंडक के मौसम में इन्हें सावधान रहने की जरूरत हैं।