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Sitapur News: कृषि नवाचार हब के रूप में कार्य करेगा केवीके कटिया
संवाद न्यूज एजेंसी, सीतापुर
Updated Thu, 13 Nov 2025 12:06 AM IST
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सीतापुर। कृषि विज्ञान केंद्र कटिया की ओर से किसानों के हित में किए जा रहे अच्छे कार्यों को आगे बढ़ाते हुए देश के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों की उपस्थिति में अब यह निर्णय लिया गया है कि केंद्र कृषि नवाचार हब के रूप में कार्य करेगा। वह युवाओं को एग्रो स्टार्टअप, वैल्यू एडिशन और डिजिटल कृषि की दिशा में प्रोत्साहित भी करेगा। इससे जिले के युवक और युवतियों को आधुनिक खेती के लिए अच्छा प्लेटफार्म भी मिलेगा।
कृषि विज्ञान केंद्र कटिया में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की वार्षिक बैठक आयोजित की गई । इसमें देश एवं प्रदेश के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों, विभागीय अधिकारियों, तकनीकी विशेषज्ञों और प्रगतिशील किसानों ने प्रतिभाग किया। इसमें बीते साल की प्रगति और आगामी वर्ष की कार्ययोजना केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. दया यस श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत की गई।
उन्होंने बताया कि बीते वर्ष में केन्द्र द्वारा धान, गेहूं, दलहनी, तिलहनी व जायद फसलों के तहत 85 से अधिक प्रक्षेत्रीय प्रदर्शन किए गए। 3500 से अधिक किसानों को प्रशिक्षण दिया। 600 महिलाओं को मूल्य संवर्धन, पोषण वाटिका, मशरूम उत्पादन एवं गृह-उद्योग आधारित प्रशिक्षण से जोड़ा गया। पशुपालन वैज्ञानिक डॉ. आनंद सिंह, प्रसार वैज्ञानिक डॉ. शैलेंद्र सिंह, शस्य वैज्ञानिक डॉ. शिशिर कांत सिंह, मृदा वैज्ञानिक डॉ. सचिन प्रताप तोमर, गृह वैज्ञानिक डॉ. रीमा, उद्यान वैज्ञानिक डॉ. शुभम और प्रक्षेत्र प्रबंधक डॉ. योगेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने-अपने विषय क्षेत्रों की प्रस्तुतियां दीं।
डॉ. आनंद सिंह ने पशुपालकों के लिए नस्ल सुधार, संतुलित आहार, पशु स्वास्थ्य शिविरों एवं डेयरी प्रबंधन पर जानकारी साझा की। डॉ. शैलेंद्र सिंह ने किसानों के साथ संवाद, प्रशिक्षण और डिजिटल माध्यम से नवाचार प्रसार के बारे में जानकारी दी। गृह वैज्ञानिक डॉ. रीमा ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण, पोषण सुरक्षा और आत्मनिर्भरता से जुड़ी योजनाओं जबकि उद्यान वैज्ञानिक डॉ. शुभम ने फल, सब्जी, फूल, और औषधीय पौधों के माध्यम से कृषि को अधिक लाभकारी बनाने के बारे में जानकारी दी।
प्रतिभागियों ने कृषि विज्ञान केन्द्र कटिया द्वारा संचालित प्रशिक्षण, प्रदर्शन, जैविक खेती, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, महिला सशक्तिकरण, मत्स्य पालन, पशुपालन, ड्रोन तकनीक, उद्यानिकी और जल संरक्षण से जुड़ी गतिविधियों की प्रशंसा की।
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कृषि विज्ञान केंद्र कटिया में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की वार्षिक बैठक आयोजित की गई । इसमें देश एवं प्रदेश के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों, विभागीय अधिकारियों, तकनीकी विशेषज्ञों और प्रगतिशील किसानों ने प्रतिभाग किया। इसमें बीते साल की प्रगति और आगामी वर्ष की कार्ययोजना केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. दया यस श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत की गई।
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उन्होंने बताया कि बीते वर्ष में केन्द्र द्वारा धान, गेहूं, दलहनी, तिलहनी व जायद फसलों के तहत 85 से अधिक प्रक्षेत्रीय प्रदर्शन किए गए। 3500 से अधिक किसानों को प्रशिक्षण दिया। 600 महिलाओं को मूल्य संवर्धन, पोषण वाटिका, मशरूम उत्पादन एवं गृह-उद्योग आधारित प्रशिक्षण से जोड़ा गया। पशुपालन वैज्ञानिक डॉ. आनंद सिंह, प्रसार वैज्ञानिक डॉ. शैलेंद्र सिंह, शस्य वैज्ञानिक डॉ. शिशिर कांत सिंह, मृदा वैज्ञानिक डॉ. सचिन प्रताप तोमर, गृह वैज्ञानिक डॉ. रीमा, उद्यान वैज्ञानिक डॉ. शुभम और प्रक्षेत्र प्रबंधक डॉ. योगेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने-अपने विषय क्षेत्रों की प्रस्तुतियां दीं।
डॉ. आनंद सिंह ने पशुपालकों के लिए नस्ल सुधार, संतुलित आहार, पशु स्वास्थ्य शिविरों एवं डेयरी प्रबंधन पर जानकारी साझा की। डॉ. शैलेंद्र सिंह ने किसानों के साथ संवाद, प्रशिक्षण और डिजिटल माध्यम से नवाचार प्रसार के बारे में जानकारी दी। गृह वैज्ञानिक डॉ. रीमा ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण, पोषण सुरक्षा और आत्मनिर्भरता से जुड़ी योजनाओं जबकि उद्यान वैज्ञानिक डॉ. शुभम ने फल, सब्जी, फूल, और औषधीय पौधों के माध्यम से कृषि को अधिक लाभकारी बनाने के बारे में जानकारी दी।
प्रतिभागियों ने कृषि विज्ञान केन्द्र कटिया द्वारा संचालित प्रशिक्षण, प्रदर्शन, जैविक खेती, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, महिला सशक्तिकरण, मत्स्य पालन, पशुपालन, ड्रोन तकनीक, उद्यानिकी और जल संरक्षण से जुड़ी गतिविधियों की प्रशंसा की।