सुल्तानपुर। जिले की इकलौती किसान सहकारी चीनी मिल ने पेराई सत्र 2021-22 में 24,60,72 लाख रुपये की कीमत का गन्ना किसानों से खरीदा था। इसमें से अभी तक चीनी मिल ने 11,20,09 लाख रुपये का ही भुगतान किया है। गन्ना किसानों का 13,40,63 लाख रुपये का गन्ना मूल्य भुगतान किसान सहकारी चीनी मिल में लंबित है।
किसानों को गन्ना मूल्य समय से नहीं मिलने के कारण उनकी खेती का कार्य चौपट हो रहा है। चीनी मिल में पेराई सत्र का शुभारंभ पिछले 29 नवंबर को हुआ था और दो दिसंबर से विधिवत गन्ने की पेराई शुरू हो गई थी। चीनी मिल 16 मार्च को बंद हो गई थी। मिल ने अभी तक गन्ना किसानों को 19 जनवरी 2022 तक का ही भुगतान किसानों के खाते में भेजा गया है। गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं मिलने से किसानों को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है। विधानसभा के चुनाव में सरकार ने गन्ना किसानों से वादा किया था कि उनके गन्ना मूल्य का भुगतान 14 दिन के अंदर ही उनके खातों में पहुंच जाएगा। चीनी मिल को बंद हुए करीब 10 दिन से ज्यादा बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक गन्ना किसानों का आधा भुगतान भी नहीं हो सका है।
चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक प्रताप नारायण ने बताया कि किसानों का करीब आधा भुगतान कर दिया गया है। शेष भुगतान के लिए शासन को मांग पत्र भेजा गया है। धनराशि मिलते ही किसानों के खाते में बकाया गन्ना मूल्य भेज दिया जाएगा। चूंकि अभी पश्चिमी क्षेत्र की चीनी मिलें चल रही है। इसीलिए पेराई सत्र 2021-22 की समाप्ति नहीं हुई है। बकाया धनराशि के लिए शासन को अवगत करा दिया गया है।
सुल्तानपुर। जिले की इकलौती किसान सहकारी चीनी मिल ने पेराई सत्र 2021-22 में 24,60,72 लाख रुपये की कीमत का गन्ना किसानों से खरीदा था। इसमें से अभी तक चीनी मिल ने 11,20,09 लाख रुपये का ही भुगतान किया है। गन्ना किसानों का 13,40,63 लाख रुपये का गन्ना मूल्य भुगतान किसान सहकारी चीनी मिल में लंबित है।
किसानों को गन्ना मूल्य समय से नहीं मिलने के कारण उनकी खेती का कार्य चौपट हो रहा है। चीनी मिल में पेराई सत्र का शुभारंभ पिछले 29 नवंबर को हुआ था और दो दिसंबर से विधिवत गन्ने की पेराई शुरू हो गई थी। चीनी मिल 16 मार्च को बंद हो गई थी। मिल ने अभी तक गन्ना किसानों को 19 जनवरी 2022 तक का ही भुगतान किसानों के खाते में भेजा गया है। गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं मिलने से किसानों को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है। विधानसभा के चुनाव में सरकार ने गन्ना किसानों से वादा किया था कि उनके गन्ना मूल्य का भुगतान 14 दिन के अंदर ही उनके खातों में पहुंच जाएगा। चीनी मिल को बंद हुए करीब 10 दिन से ज्यादा बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक गन्ना किसानों का आधा भुगतान भी नहीं हो सका है।
चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक प्रताप नारायण ने बताया कि किसानों का करीब आधा भुगतान कर दिया गया है। शेष भुगतान के लिए शासन को मांग पत्र भेजा गया है। धनराशि मिलते ही किसानों के खाते में बकाया गन्ना मूल्य भेज दिया जाएगा। चूंकि अभी पश्चिमी क्षेत्र की चीनी मिलें चल रही है। इसीलिए पेराई सत्र 2021-22 की समाप्ति नहीं हुई है। बकाया धनराशि के लिए शासन को अवगत करा दिया गया है।