लंभुआ (सुल्तानपुर)। वर्तमान समय में रबी की फसल की सिंचाई के लिए पानी की सख्त जरूरत है। ऐसे समय में नहरों में पानी नहीं है। किसान रबी की फसलों की सिंचाई के लिए पानी का इंतजार कर रहे हैं। किसानों को मजबूरी में निजी नलकूपों का सहारा लेना पड़ रहा है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से किसानों में रोष है।
नहरों की सफाई का काम लगभग पूरा हो गया है। अब किसानों को नहरों में पानी का इंतजार है। रबी की प्रमुख फसल गेहूं, आलू के साथ ही मटर, जौ व बरसीम की सिंचाई के लिए पानी जरूरत है। ऐसे में क्षेत्र की नहरें सूखी पड़ी हैं। लंभुआ तहसील क्षेत्र के अंतर्गत सिंचाई खंड से नहरों व माइनरों का संचालन किया जा रहा है। क्षेत्र के भदैंया, लंभुआ व पीपी कमैचा विकास खंड क्षेत्र के किसान सिंचाई खंड की नहरों व माइनरों से खेतों की सिंचाई करते हैं।
सिंचाई के समय पानी नहीं मिलने से किसान परेशान हैं। किसानों का कहना है कि नहरों में पानी नहीं होने से उन्हें सिंचाई के लिए निजी नलकूपों का सहारा लेना पड़ रहा है। विभागीय अधिकारियों से शिकायत के बाद भी अभी तक पानी नहीं छोड़ा गया है। इसको लेकर किसानों में रोष है। इस संबंध में सिंचाई खंड के अधिशासी अभियंता राम प्रकाश प्रजापति ने बताया कि अगले सप्ताह तक पानी आने की उम्मीद है।
सिल्ट सफाई में उजागर हुई लापरवाही
भदैंया (सुल्तानपुर)। विकास खंड क्षेत्र में कई स्थानों पर नहर की सफाई जेसीबी से की गई है। इन नहरों पर मुरारपुर, लोदीपुर, गोपालपुर, अभियाखुर्द, दोमुंहा, बरुई बभनगंवा, अभियाकलां, पन्नाटिकरी में पुल बने हैं। जेसीबी से सफाई के बाद पुलों के नीचे सफाई नहीं कराई गई है। इन स्थानों पर अभी भी सिल्ट जमा है। इससे पानी नहर में आगे नहीं जा पाएगा। साथ ही पानी आने पर नहर में कटान की आशंका बनी है। पिछले साल अभियाखुर्द व अभियाकलां के पास तीन स्थानों पर नहर कटने से 30 किसानों की फसल बर्बाद हो गई थी। इस बार भी नहर की सफाई खत्म होने के बाद सिल्ट व पुलों की सफाई नहीं हो सकी है और पानी छोड़े जाने की तैयारी की जा रही है। सिंचाई खंड के सहायक अभियंता नितीश चित्रांश ने बताया कि नहर में मानक के अनुसार सफाई कराने के लिए ठेकेदार को बताया गया है। पुलों के नीचे की सिल्ट सफाई कराने की देखरेख की जिम्मेदारी जेई को दी गई है। गड़बड़ी पर कार्रवाई की जाएगी।
लंभुआ (सुल्तानपुर)। वर्तमान समय में रबी की फसल की सिंचाई के लिए पानी की सख्त जरूरत है। ऐसे समय में नहरों में पानी नहीं है। किसान रबी की फसलों की सिंचाई के लिए पानी का इंतजार कर रहे हैं। किसानों को मजबूरी में निजी नलकूपों का सहारा लेना पड़ रहा है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से किसानों में रोष है।
नहरों की सफाई का काम लगभग पूरा हो गया है। अब किसानों को नहरों में पानी का इंतजार है। रबी की प्रमुख फसल गेहूं, आलू के साथ ही मटर, जौ व बरसीम की सिंचाई के लिए पानी जरूरत है। ऐसे में क्षेत्र की नहरें सूखी पड़ी हैं। लंभुआ तहसील क्षेत्र के अंतर्गत सिंचाई खंड से नहरों व माइनरों का संचालन किया जा रहा है। क्षेत्र के भदैंया, लंभुआ व पीपी कमैचा विकास खंड क्षेत्र के किसान सिंचाई खंड की नहरों व माइनरों से खेतों की सिंचाई करते हैं।
सिंचाई के समय पानी नहीं मिलने से किसान परेशान हैं। किसानों का कहना है कि नहरों में पानी नहीं होने से उन्हें सिंचाई के लिए निजी नलकूपों का सहारा लेना पड़ रहा है। विभागीय अधिकारियों से शिकायत के बाद भी अभी तक पानी नहीं छोड़ा गया है। इसको लेकर किसानों में रोष है। इस संबंध में सिंचाई खंड के अधिशासी अभियंता राम प्रकाश प्रजापति ने बताया कि अगले सप्ताह तक पानी आने की उम्मीद है।
सिल्ट सफाई में उजागर हुई लापरवाही
भदैंया (सुल्तानपुर)। विकास खंड क्षेत्र में कई स्थानों पर नहर की सफाई जेसीबी से की गई है। इन नहरों पर मुरारपुर, लोदीपुर, गोपालपुर, अभियाखुर्द, दोमुंहा, बरुई बभनगंवा, अभियाकलां, पन्नाटिकरी में पुल बने हैं। जेसीबी से सफाई के बाद पुलों के नीचे सफाई नहीं कराई गई है। इन स्थानों पर अभी भी सिल्ट जमा है। इससे पानी नहर में आगे नहीं जा पाएगा। साथ ही पानी आने पर नहर में कटान की आशंका बनी है। पिछले साल अभियाखुर्द व अभियाकलां के पास तीन स्थानों पर नहर कटने से 30 किसानों की फसल बर्बाद हो गई थी। इस बार भी नहर की सफाई खत्म होने के बाद सिल्ट व पुलों की सफाई नहीं हो सकी है और पानी छोड़े जाने की तैयारी की जा रही है। सिंचाई खंड के सहायक अभियंता नितीश चित्रांश ने बताया कि नहर में मानक के अनुसार सफाई कराने के लिए ठेकेदार को बताया गया है। पुलों के नीचे की सिल्ट सफाई कराने की देखरेख की जिम्मेदारी जेई को दी गई है। गड़बड़ी पर कार्रवाई की जाएगी।