जिले की बच्चियों के साथ बढ़ रहीं आपराधिक घटनाओं से चिंतित दो स्कूलों की छात्राओं ने शनिवार को सड़कों पर आकर सुरक्षा मांगी। यह देख हर कोई सन्न रह गया। तख्तियां लिए छात्राओं ने जब ‘हम असुरक्षित हैं और सेव अस’ जैसे नारे लगाए तो पब्लिक भी बोल पड़ी-‘पुलिस को अब तो शर्म आनी चाहिए, बच्चियों को अपनी सुरक्षा के लिए प्रदर्शन करना पड़ रहा है’।
नारे लगाती बच्चियां एसपी आफिस तक गईं और उनकी अनुपस्थित में अपर पुलिस अधीक्षक रामकिशुन यादव को ज्ञापन देकर इस दिशा में ठोस कदम उठाने की गुहार लगाई।
छात्राओं का जुलूस शनिवार दोपहर डेढ़ बजे शहर के शाहगंज इलाके के मास्टर माइंड पब्लिक स्कूल से शुरू हुआ। जुलूस में इस विद्यालय के अलावा संगम शिशु मंदिर हायर सेकेण्ड्री स्कूल की छात्राएं भी शामिल हुईं।
प्रदर्शन, आशा सोशल हेल्प एसोसिएशन के बैनर तले हुआ। ज्ञापन में छात्राओं ने बच्चियों के साथ हाल फिलहाल की उन घटनाओं का जिक्र किया है, जिन पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
उन्होंने एसपी से ऐसे मामलों को तत्परता से निपटाने की अपील की। उनका कहना था कि इस प्रकार के मामलों में त्वरित कार्रवाई की जानी चाहिए। मामलों का खुलासा जल्द से जल्द करने के लिए विशेष टीम का गठन कर अपराधियों पर संगीन धाराओं में अभियोग दर्ज करना चाहिए।
छात्राओं के प्रदर्शन से पुलिस भी असहज दिखी। एसपी नेहा पांडेय ने आनन-फानन पुलिस के लिए कुछ निर्देश भी जारी कर दिए। कहा कि बच्चियों और महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए रूट मार्च किया जा रहा है। स्कूलों, कॉलेजों और पार्कों के आसपास पुलिस गश्त बढ़ाई गई है।
ऐसी घटनाओं को रोकने और पूर्व में हुई घटनाओं के खुलासे के लिए सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं। महिला अपराधों की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। दुष्कर्म जैसी घटनाओं के आरोपियों पर गुंडा एक्ट, गैंगस्टर और एनएसए की कार्रवाई की जाएगी।
महिला हेल्प लाइन नंबर 1090 के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा ताकि लोग बिना किसी भय के अपनी शिकायत दर्ज कराएं। इसके साथ ही स्कूली बच्चों को भी जागरूक किया जाएगा।
ज्ञापन देने वालों में संस्था अध्यक्ष नवीन कुमार द्विवेदी, जिलाध्यक्ष अनुभव शुक्ला, सचिव योगेंद्र यादव, राममोहन त्रिवेदी, सुमित अवस्थी, अभिषेक, आलोक, अजयदीप सिंह, निशांत शुक्ला, उमेश कुमार, शशांक दीक्षित आदि हैं।
जिले की बच्चियों के साथ बढ़ रहीं आपराधिक घटनाओं से चिंतित दो स्कूलों की छात्राओं ने शनिवार को सड़कों पर आकर सुरक्षा मांगी। यह देख हर कोई सन्न रह गया। तख्तियां लिए छात्राओं ने जब ‘हम असुरक्षित हैं और सेव अस’ जैसे नारे लगाए तो पब्लिक भी बोल पड़ी-‘पुलिस को अब तो शर्म आनी चाहिए, बच्चियों को अपनी सुरक्षा के लिए प्रदर्शन करना पड़ रहा है’।
नारे लगाती बच्चियां एसपी आफिस तक गईं और उनकी अनुपस्थित में अपर पुलिस अधीक्षक रामकिशुन यादव को ज्ञापन देकर इस दिशा में ठोस कदम उठाने की गुहार लगाई।
छात्राओं का जुलूस शनिवार दोपहर डेढ़ बजे शहर के शाहगंज इलाके के मास्टर माइंड पब्लिक स्कूल से शुरू हुआ। जुलूस में इस विद्यालय के अलावा संगम शिशु मंदिर हायर सेकेण्ड्री स्कूल की छात्राएं भी शामिल हुईं।
प्रदर्शन, आशा सोशल हेल्प एसोसिएशन के बैनर तले हुआ। ज्ञापन में छात्राओं ने बच्चियों के साथ हाल फिलहाल की उन घटनाओं का जिक्र किया है, जिन पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
उन्होंने एसपी से ऐसे मामलों को तत्परता से निपटाने की अपील की। उनका कहना था कि इस प्रकार के मामलों में त्वरित कार्रवाई की जानी चाहिए। मामलों का खुलासा जल्द से जल्द करने के लिए विशेष टीम का गठन कर अपराधियों पर संगीन धाराओं में अभियोग दर्ज करना चाहिए।
छात्राओं के प्रदर्शन से पुलिस भी असहज दिखी। एसपी नेहा पांडेय ने आनन-फानन पुलिस के लिए कुछ निर्देश भी जारी कर दिए। कहा कि बच्चियों और महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए रूट मार्च किया जा रहा है। स्कूलों, कॉलेजों और पार्कों के आसपास पुलिस गश्त बढ़ाई गई है।
ऐसी घटनाओं को रोकने और पूर्व में हुई घटनाओं के खुलासे के लिए सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं। महिला अपराधों की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। दुष्कर्म जैसी घटनाओं के आरोपियों पर गुंडा एक्ट, गैंगस्टर और एनएसए की कार्रवाई की जाएगी।
महिला हेल्प लाइन नंबर 1090 के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा ताकि लोग बिना किसी भय के अपनी शिकायत दर्ज कराएं। इसके साथ ही स्कूली बच्चों को भी जागरूक किया जाएगा।
ज्ञापन देने वालों में संस्था अध्यक्ष नवीन कुमार द्विवेदी, जिलाध्यक्ष अनुभव शुक्ला, सचिव योगेंद्र यादव, राममोहन त्रिवेदी, सुमित अवस्थी, अभिषेक, आलोक, अजयदीप सिंह, निशांत शुक्ला, उमेश कुमार, शशांक दीक्षित आदि हैं।