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कफ सिरप: शुभम को भगोड़ा घोषित और रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी में कमिश्नरेट पुलिस, दुबई में है छिपा

अमर उजाला नेटवर्क, वाराणसी। Published by: प्रगति चंद Updated Tue, 02 Dec 2025 12:53 PM IST
सार

Varanasi News: वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस कफ सिरफ तस्करी के सरगना शुभम को भगौड़ा घोषित करने और रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी में है। 100 करोड़ से अधिक कफ सिरप तस्करी में वांछित शुभम दुबई में छिपा है। 

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Varanasi Commissionerate Police preparing to declare Shubham fugitive and issue Red Corner Notice
अंतरराज्यीय गिरोह का सरगना शुभम जायसवाल। - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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अरबों की कोडिन युक्त कफ सिरप तस्करी के आरोपी शुभम जायसवाल को भगोड़ा और रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी में कमिश्नरेट पुलिस है। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि भगौड़ा घोषित कराने के लिए कमिश्नरेट पुलिस की ओर से कोर्ट में आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

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सोमवार को अभियोजन अधिकारियों से पुलिस आयुक्त ने वार्ता की। शैली ट्रेडर्स के कर्ता धर्ता और 100 करोड़ के अवैध कारोबार के आरोपी शुभम की लोकेशन दुबई में मिली है। दुबई से शुभम के प्रत्यर्पण को लेकर प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी और एनडीपीएस एक्ट में वांछित शुभम की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की अलग-अलग पांच टीमें काम कर रही हैं। कमिश्नरेट की एसआईटी के अलावा अन्य एजेंसियां भी लगी हुई हैं।
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सोनभद्र, जौनपुर, वाराणसी, गाजियाबाद, चंदौली समेत अन्य जनपदों में भी शुभम जायसवाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज है। पिता भोला प्रसाद को सोनभद्र पुलिस ने कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। ट्रांजिट रिमांड पर लेकर एसआईटी भोला से पूछताछ करेगी। भोला भी दुबई भागने के फिराक में एयरपोर्ट पर पहुंचा था। गिरफ्तारी के दौरान भोला ने पुलिस को बताया कि शुभम दुबई में है।

इसे भी पढ़ें; कफ सिरप: तस्करी गिरोह के सरगना शुभम के पिता की मिली ट्रांजिट रिमांड, सोनभद्र ला रही पुलिस

क्या है रेड कॉर्नर नोटिस

पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि रेड कॉर्नर नोटिस एक अंतरराष्ट्रीय अनुरोध है, जो इंटरपोल की ओर से दुनिया भर की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को किसी वांछित का पता लगाने और उसे अस्थायी रूप से गिरफ्तार करने के लिए भेजा जाता है। ताकि उसे प्रत्यर्पण या अन्य कानूनी कार्रवाई के लिए प्रत्यार्पित किया जा सके। यह एक अंतरराष्ट्रीय गिरफ्तारी वारंट नहीं है, बल्कि सदस्य देशों से अनुरोध है कि वे संबंधित व्यक्ति को पकड़ने में मदद करें।
 
बैंक अधिकारियों की भूमिका की भी जांच, पांच टीमें गठित
पिछले दो साल से चल रहे कफ सिरप के अवैध कारोबार की भनक कहीं न कहीं बैंक अधिकारियों को भी थी। बैंक अधिकारियों की भूमिका की भी जांच एसआईटी कर रही है। फर्जी फर्म के बैंक खातों की जांच और बैंक अधिकारियों की भूमिका का पता लगाने, बिलिंग, एग्रीमेंट और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें गठित की गई हैं। सोमवार को एसआईटी ने फर्जी फर्मों के नाम पर खुले बैंक खातों की जांच की। पता चला कि बैंक अधिकारियों को आरोपी फर्म के खातों में आने वाली रकम के बारे में पूरी जानकारी थी। ऐसे बैंकों के शाखा प्रबंधकों को भी एसआईटी नोटिस जारी करेगी।

एसआईटी के अध्यक्ष एडीसीपी सरवणन टी. ने बताया कि बैंकों की भूमिका, दस्तावेज, गिरफ्तारी, साइबर के लिए अलग-अलग टीमें काम कर रही हैं। प्राथमिकी में फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी और एनडीपीएस की धाराएं बढ़ाई गई हैं। अधिकतर फर्में ऐसी पाई गई है, जो कि एफिडेविट और रेंट एग्रीमेंट के आधार पर चल रही थीं। सिरप खरीदे गए, लेकिन किसको बेचे गए, यह दर्ज नहीं है।  

आरोपियों की संपत्तियों का ब्योरा जुटा रही एसआईटी, एनडीपीएस के तहत होगी गिरफ्तारी

कफ सिरप के अवैध कारोबार में 40 फर्म संचालकों की संपत्तियों का ब्योरा एसआईटी जुटा रही है। एनडीपीएस एक्ट के तहत धारा बढ़ने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर दबिश शुरू हो चुकी है। अवैध कारोबार से अर्जित संपत्ति को गैंगस्टर के तहत जब्त किया जाएगा। शुभम और पिता भोला जायसवाल, अशोक सिंह, प्रशांत उपाध्याय समेत अन्य आरोपियों की संपत्तियों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। महंगी जमीनें, फ्लैट, होटल, लग्जरी गाड़ियां, दुकानें आदि संपत्ति सामने आई है। 

फर्म संचालकों को अपना पक्ष रखने के लिए एसआईटी की ओर से जारी नोटिस का अधिकतर फर्म संचालकों ने जवाब नहीं दिया और न ही एसआईटी के सामने दस्तावेज प्रस्तुत किए। जांच में यह भी सामने आया कि फर्म संचालकों ने कफ सिरप तो खरीदी, लेकिन बिक्री का लेखाजोखा नहीं दिखा सके। बिक्री का कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं करा सके। इससे साबित हुआ कि सभी फर्म संचालक नशे के तौर पर कफ सिरप का उपयोग कर रहे थे। 

एसआईटी के अनुसार शैली ट्रेडर्स के प्रोपराइटर भोला जायसवाल की गिरफ्तारी के बाद से एसआईटी ने 40 फर्मों के खिलाफ कोतवाली थाने में दर्ज प्राथमिकी की सामान्य धाराओं में अब एनडीपीएस की धारा बढ़ा दी है। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि आरोपियों की संपत्तियां जब्त की जाएंगी। एसआईटी के सवालों के जवाब नहीं देने वालों की संख्या सबसे अधिक है। किसी ने भी यह नहीं बताया कि कफ सिरप जो खरीदे गए, उसका उपयोग कहां हुआ। बिक्री का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
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