बागेश्वर। जिले में बारिश का सिलसिला बुधवार की रात को भी जारी रहा। जिले में अतिवृष्टि से एक मकान ध्वस्त हो गया है। दो मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। कपकोट, कालापैरकापड़ी, ओलियागांव में कई मकान खतरे की जद में आ गए हैं। बारिश से नदियां उफान पर हैं।
बुधवार की रात जिला मुख्यालय के साथ ही कपकोट और गरुड़ में तेज बारिश हुई। जिला मुख्यालय में रात करीब 11 बजे से सुबह तक तेज बारिश हुई। बागेश्वर में 80, कपकोट में 60 और गरुड़ में 25 एमएम बारिश हुई। बारिश के कारण सरयू के साथ ही गोमती नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बृहस्पतिवार को सरयू का जलस्तर 866 मीटर और गोमती का जलस्तर 862.20 मीटर था। दोनों नदियों का चेतावनी स्तर 869.70 और खतरनाक स्तर 870.70 मीटर है।
आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अतिवृष्टि से कपकोट के उत्तरौड़ा में रमेश चंद्र पुत्र सुरेश चंद्र का मकान ध्वस्त हो गया है। प्रभावित परिवार ने गांव में ही अन्य व्यक्ति के वहां शरण ले रखी है। बागेश्वर के महतगांव निवासी नंदा बल्लभ पुत्र भवानी दत्त और पंद्रपाली निवासी प्रकाश राम पुत्र हरी राम का मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ है। दुगनाकुरी के मनोज सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह की गोशाला क्षतिग्रस्त हुई है। भूस्खलन से कपकोट के कलापैरकापड़ी, रंगदेव के ओलियागांव में आवासीय मकानों के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है। कपकोट में नगर पंचायत अध्यक्ष गोविंद सिंह बिष्ट ने भूस्खलन से हुई क्षति का जायजा लिया। मकानों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की।
11 ग्रामीण सड़कों पर अब भी यातायात बाधित
बागेश्वर। बृहस्पतिवार की सुबह तक जिले की 22 सड़कों पर यातायात बाधित था। इनमें से 11 सड़कों पर यातायात बहाल हो गया। 11 सड़कों पर अब भी यातायाक बाधित है। सड़कें बंद होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कपकोट-नामतीचेटाबगड़, भानी-हरसिगियाबगड़, असों-बैड़ापाकड़, बालीघाट-दफौट, कमेड़ीदेवी-भैंसूड़ी, कंधार सिलोनी-लोहागड़ी, बड़ीपन्याली, तोली, सनेती, बैड़ा-मझेड़ा-जारती सड़क मलबा आने से बंद हैं। सड़कों से मलबा हटाया जा रहा है। संवाद
कपकोट में गहराया पेयजल संकट
कपकोट (बागेश्वर)। भारी बारिश के कारण जिले के कई गांवों में पेयजल संकट गहरा गया है। कपकोट में नगर से लेकर कई गांवों तक पाइप लाइनों के टूटने से लोगों को पेयजल किल्लत झेलनी पड़ रही है। बिजली आपूर्ति बाधित होने से भी पंपिंग योजनाओं से पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। काफलीगैर में भी पानी का संकट बना हुआ है।
कपकोट के नगर पंचायत क्षेत्र में नगरीय पंपिंग योजना और भनगढ़ पेयजल योजना से पानी की सप्लाई की जाती है। बीते दिनों हुई भारी बारिश से क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बाधित होने से पंपिंग योजना ठप पड़ गई है, वहीं भूस्खलन की चपेट में आने से भनगढ़ पेयजल योजना को नुकसान हुआ है। नगर क्षेत्र की योजनाओं के प्रभावित होने से कपकोट, भराड़ी, बमसेरा, जाजर, ऐठाण, मंडलखेत सहित अधिकांश वार्डों जनं पानी की आपूर्ति नहीं हुई। पीने का पानी जुटाने के लिए लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।
इधर, कपकोट के दूरस्थ गांव कालापैरकापड़ी और भकूना में पेयजल लाइन टूटने से ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। पिछले वर्ष के मानसून सीजन में भी गांव की पेयजल योजना बह गई थी और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा था। बसकूना और नरगड़ा गांव में भी पेयजल लाइन टूटने से ग्रामीणों को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। इधर, जल संस्थान के एई कैलाश जोशी ने बताया कि नगर क्षेत्र में बिजली गुल होने से पंपिंग योजना प्रभावित हुई। ग्रामीण क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों की मरम्मत कराई जा रही है।
23 पोल क्षतिग्रस्त, एक ट्रांसफार्मर जला, बिजली गुल
बागेश्वर। भारी बारिश का असर बिजली की लाइनों पर भी पड़ा है। कपकोट के असों, बसकूना और सीमा गांव में भारी बारिश के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। कांडा के खुनौली में बुधवार से बिजली नहीं है। बिजली न होने से लोग परेशान हो गए हैं। दुग नाकुरी तहसील क्षेत्र में मंगलवार को मेन लाइन में फॉल्ट आने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित रही। बृहस्पतिवार की दोपहर को कुछ गांवों की आपूर्ति सुचारु हो सकी है। एसडीओ एसएस भंडारी ने बताया कि बारिश के कारण बिजली के 13 एचटी पोल, नौ एलटी पोल और एक ट्रांसफार्मर को नुकसान हुआ है। कपकोट क्षेत्र में बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि कांडा के अन्नपूर्णा में बिजली गिरने से ट्रांसफार्मर जल गया है। उन्होंने बताया कि खराब मौसम के कारण लाइनों की मरम्मत में दिक्कत आ रही है। जल्द सभी गांवों में आपूर्ति सुचारु करने और क्षतिग्रस्त लाइन की मरम्मत करने का प्रयास किया जा रहा है।
बागेश्वर के कालापैर कापड़ी में भूस्खलन से खतरे की जद में आया मकान। - फोटो : BAGESHWAR
बागेश्वर। जिले में बारिश का सिलसिला बुधवार की रात को भी जारी रहा। जिले में अतिवृष्टि से एक मकान ध्वस्त हो गया है। दो मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। कपकोट, कालापैरकापड़ी, ओलियागांव में कई मकान खतरे की जद में आ गए हैं। बारिश से नदियां उफान पर हैं।
बुधवार की रात जिला मुख्यालय के साथ ही कपकोट और गरुड़ में तेज बारिश हुई। जिला मुख्यालय में रात करीब 11 बजे से सुबह तक तेज बारिश हुई। बागेश्वर में 80, कपकोट में 60 और गरुड़ में 25 एमएम बारिश हुई। बारिश के कारण सरयू के साथ ही गोमती नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बृहस्पतिवार को सरयू का जलस्तर 866 मीटर और गोमती का जलस्तर 862.20 मीटर था। दोनों नदियों का चेतावनी स्तर 869.70 और खतरनाक स्तर 870.70 मीटर है।
आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अतिवृष्टि से कपकोट के उत्तरौड़ा में रमेश चंद्र पुत्र सुरेश चंद्र का मकान ध्वस्त हो गया है। प्रभावित परिवार ने गांव में ही अन्य व्यक्ति के वहां शरण ले रखी है। बागेश्वर के महतगांव निवासी नंदा बल्लभ पुत्र भवानी दत्त और पंद्रपाली निवासी प्रकाश राम पुत्र हरी राम का मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ है। दुगनाकुरी के मनोज सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह की गोशाला क्षतिग्रस्त हुई है। भूस्खलन से कपकोट के कलापैरकापड़ी, रंगदेव के ओलियागांव में आवासीय मकानों के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है। कपकोट में नगर पंचायत अध्यक्ष गोविंद सिंह बिष्ट ने भूस्खलन से हुई क्षति का जायजा लिया। मकानों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की।
11 ग्रामीण सड़कों पर अब भी यातायात बाधित
बागेश्वर। बृहस्पतिवार की सुबह तक जिले की 22 सड़कों पर यातायात बाधित था। इनमें से 11 सड़कों पर यातायात बहाल हो गया। 11 सड़कों पर अब भी यातायाक बाधित है। सड़कें बंद होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कपकोट-नामतीचेटाबगड़, भानी-हरसिगियाबगड़, असों-बैड़ापाकड़, बालीघाट-दफौट, कमेड़ीदेवी-भैंसूड़ी, कंधार सिलोनी-लोहागड़ी, बड़ीपन्याली, तोली, सनेती, बैड़ा-मझेड़ा-जारती सड़क मलबा आने से बंद हैं। सड़कों से मलबा हटाया जा रहा है। संवाद
कपकोट में गहराया पेयजल संकट
कपकोट (बागेश्वर)। भारी बारिश के कारण जिले के कई गांवों में पेयजल संकट गहरा गया है। कपकोट में नगर से लेकर कई गांवों तक पाइप लाइनों के टूटने से लोगों को पेयजल किल्लत झेलनी पड़ रही है। बिजली आपूर्ति बाधित होने से भी पंपिंग योजनाओं से पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। काफलीगैर में भी पानी का संकट बना हुआ है।
कपकोट के नगर पंचायत क्षेत्र में नगरीय पंपिंग योजना और भनगढ़ पेयजल योजना से पानी की सप्लाई की जाती है। बीते दिनों हुई भारी बारिश से क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बाधित होने से पंपिंग योजना ठप पड़ गई है, वहीं भूस्खलन की चपेट में आने से भनगढ़ पेयजल योजना को नुकसान हुआ है। नगर क्षेत्र की योजनाओं के प्रभावित होने से कपकोट, भराड़ी, बमसेरा, जाजर, ऐठाण, मंडलखेत सहित अधिकांश वार्डों जनं पानी की आपूर्ति नहीं हुई। पीने का पानी जुटाने के लिए लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।
इधर, कपकोट के दूरस्थ गांव कालापैरकापड़ी और भकूना में पेयजल लाइन टूटने से ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। पिछले वर्ष के मानसून सीजन में भी गांव की पेयजल योजना बह गई थी और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा था। बसकूना और नरगड़ा गांव में भी पेयजल लाइन टूटने से ग्रामीणों को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। इधर, जल संस्थान के एई कैलाश जोशी ने बताया कि नगर क्षेत्र में बिजली गुल होने से पंपिंग योजना प्रभावित हुई। ग्रामीण क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों की मरम्मत कराई जा रही है।
23 पोल क्षतिग्रस्त, एक ट्रांसफार्मर जला, बिजली गुल
बागेश्वर। भारी बारिश का असर बिजली की लाइनों पर भी पड़ा है। कपकोट के असों, बसकूना और सीमा गांव में भारी बारिश के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। कांडा के खुनौली में बुधवार से बिजली नहीं है। बिजली न होने से लोग परेशान हो गए हैं। दुग नाकुरी तहसील क्षेत्र में मंगलवार को मेन लाइन में फॉल्ट आने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित रही। बृहस्पतिवार की दोपहर को कुछ गांवों की आपूर्ति सुचारु हो सकी है। एसडीओ एसएस भंडारी ने बताया कि बारिश के कारण बिजली के 13 एचटी पोल, नौ एलटी पोल और एक ट्रांसफार्मर को नुकसान हुआ है। कपकोट क्षेत्र में बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि कांडा के अन्नपूर्णा में बिजली गिरने से ट्रांसफार्मर जल गया है। उन्होंने बताया कि खराब मौसम के कारण लाइनों की मरम्मत में दिक्कत आ रही है। जल्द सभी गांवों में आपूर्ति सुचारु करने और क्षतिग्रस्त लाइन की मरम्मत करने का प्रयास किया जा रहा है।

बागेश्वर के कालापैर कापड़ी में भूस्खलन से खतरे की जद में आया मकान। - फोटो : BAGESHWAR