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Pauri News: आपदा से ध्वस्त कमेड़ा मल्ला पेयजल योजना की अब तक नहीं हुई मरम्मत, पेयजल संकट
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आपदा से ध्वस्त कमेड़ा मल्ला पेयजल योजना की अब तक नहीं हुई मरम्मत, पेयजल संकट
तीन साल बाद भी नहीं हो पाया जल जीवन मिशन का काम पूरा, 90 लाख से अधिक से लागत से बनाई जा रही योजना
संवाद न्यूज एजेंसी (पड़ताल)
कोटद्वार। नैनीडांडा ब्लॉक के अंतर्गत जल जीवन मिशन के तहत प्रस्तावित कमेड़ा मल्ला पेयजल योजना का काम तीन साल बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। वहीं बरसात में गुणिया रौला में आपदा से योजना के चेंबर व पाइप लाइन मलबे में दब गई है। जिससे ग्रामीणों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने आपदा से क्षतिग्रस्त चेंबर की मरम्मत व पेयजल योजना का निर्माण कार्य अविलंब पूरा करा पेयजल आपूर्ति सुचारू करने की मांग की है।
ग्रामसभा बखरोटी के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह रावत, ध्यान सिंह, प्रेम सिंह, बालम सिंह, गोपाल सिंह, महिपाल सिंह आदि ने बताया कि जल निगम की ओर से वर्ष 2021 में जल जीवन मिशन के तहत 90 लाख से अधिक की लागत से कमेड़ा मल्ला पेयजल योजना का काम शुरू किया गया। जिसके तहत मेन स्रोत गुणिया रौला में पेयजल आपूर्ति के लिए चेंबर बनाए गए व पाइप लाइन बिछाई गई। चेंबर और पाइप लाइन बरसात में ध्वस्त हो गई है। स्थिति यह है कि लोगों ने स्वयं ही कुछ पाइप बिछाकर व्यवस्था बनाने का प्रयास किया है। योजना के तहत बखरोटी व बसेड़ी गांव में दो-दो व कमेड़ा, घिरौली व छीमपाणी गांव में एक-एक टैंक बनना था। अभी तक बखरोटी व बसेड़ी गांव में एक-एक टंकी बनी है। वही, बखरोटी व छीमपाणी गांव में टंकी का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। कमेड़ा व घिरौली गांव में प्रस्तावित टंकी निर्माण कार्य अभी शुरू भी नहीं हो पाया है। बखरोटी व बसेड़ी गांव में बनी टंकी से पेयजल लाइन को नहीं जोड़ने से दोनों गांवों में लगे स्टैंडपोस्ट शोपीस बने हुए हैं। कमेड़ा मल्ला में 10, बखरोटी में 35, छीमपाणी में 5, बसेड़ी में 15, घिरौली में 7 परिवार रहते हैं। ग्रामीणों ने आपदा से क्षतिग्रस्त चैंबरों की मरम्मत व पेयजल योजना का निर्माण कार्य अविलंब पूरा कराने की मांग की है।
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खराबी आने पर पेयजल की मरम्मत कराना होगा मुश्किल
ग्रामीणों का आरोप है कि पेयजल निगम की ओर से योजना की पाइप लाइन बैडहाट रोड के बीचोंबीच बिछा दी है, जिससे भविष्य में पेयजल लाइन में खराबी आने पर उसकी मरम्मत कराना मुश्किल होगा। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने सीएम पोर्टल पर भी इस मामले की शिकायत की, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ।
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कमेड़ा मल्ला पेयजल योजना आपदा में क्षतिग्रस्त हो गई थी। पेयजल योजना की मरम्मत के लिए डीपीआर तैयार कर आपदा मद में बजट की डिमांड की गई है। बजट मिलते ही पेयजल योजना की मरम्मत करा दी जाएगी।
- रमाकांत गुप्ता, एई पेयजल निगम कोटद्वार।
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तीन साल बाद भी नहीं हो पाया जल जीवन मिशन का काम पूरा, 90 लाख से अधिक से लागत से बनाई जा रही योजना
संवाद न्यूज एजेंसी (पड़ताल)
कोटद्वार। नैनीडांडा ब्लॉक के अंतर्गत जल जीवन मिशन के तहत प्रस्तावित कमेड़ा मल्ला पेयजल योजना का काम तीन साल बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। वहीं बरसात में गुणिया रौला में आपदा से योजना के चेंबर व पाइप लाइन मलबे में दब गई है। जिससे ग्रामीणों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने आपदा से क्षतिग्रस्त चेंबर की मरम्मत व पेयजल योजना का निर्माण कार्य अविलंब पूरा करा पेयजल आपूर्ति सुचारू करने की मांग की है।
ग्रामसभा बखरोटी के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह रावत, ध्यान सिंह, प्रेम सिंह, बालम सिंह, गोपाल सिंह, महिपाल सिंह आदि ने बताया कि जल निगम की ओर से वर्ष 2021 में जल जीवन मिशन के तहत 90 लाख से अधिक की लागत से कमेड़ा मल्ला पेयजल योजना का काम शुरू किया गया। जिसके तहत मेन स्रोत गुणिया रौला में पेयजल आपूर्ति के लिए चेंबर बनाए गए व पाइप लाइन बिछाई गई। चेंबर और पाइप लाइन बरसात में ध्वस्त हो गई है। स्थिति यह है कि लोगों ने स्वयं ही कुछ पाइप बिछाकर व्यवस्था बनाने का प्रयास किया है। योजना के तहत बखरोटी व बसेड़ी गांव में दो-दो व कमेड़ा, घिरौली व छीमपाणी गांव में एक-एक टैंक बनना था। अभी तक बखरोटी व बसेड़ी गांव में एक-एक टंकी बनी है। वही, बखरोटी व छीमपाणी गांव में टंकी का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। कमेड़ा व घिरौली गांव में प्रस्तावित टंकी निर्माण कार्य अभी शुरू भी नहीं हो पाया है। बखरोटी व बसेड़ी गांव में बनी टंकी से पेयजल लाइन को नहीं जोड़ने से दोनों गांवों में लगे स्टैंडपोस्ट शोपीस बने हुए हैं। कमेड़ा मल्ला में 10, बखरोटी में 35, छीमपाणी में 5, बसेड़ी में 15, घिरौली में 7 परिवार रहते हैं। ग्रामीणों ने आपदा से क्षतिग्रस्त चैंबरों की मरम्मत व पेयजल योजना का निर्माण कार्य अविलंब पूरा कराने की मांग की है।
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खराबी आने पर पेयजल की मरम्मत कराना होगा मुश्किल
ग्रामीणों का आरोप है कि पेयजल निगम की ओर से योजना की पाइप लाइन बैडहाट रोड के बीचोंबीच बिछा दी है, जिससे भविष्य में पेयजल लाइन में खराबी आने पर उसकी मरम्मत कराना मुश्किल होगा। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने सीएम पोर्टल पर भी इस मामले की शिकायत की, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ।
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कमेड़ा मल्ला पेयजल योजना आपदा में क्षतिग्रस्त हो गई थी। पेयजल योजना की मरम्मत के लिए डीपीआर तैयार कर आपदा मद में बजट की डिमांड की गई है। बजट मिलते ही पेयजल योजना की मरम्मत करा दी जाएगी।
- रमाकांत गुप्ता, एई पेयजल निगम कोटद्वार।