Hindi News
›
Video
›
India News
›
Delhi Red Fort Blast: Investigators have recovered two samples of explosives, investigation into the bomb is c
{"_id":"6914560e60e98048d808f300","slug":"delhi-red-fort-blast-investigators-have-recovered-two-samples-of-explosives-investigation-into-the-bomb-is-c-2025-11-12","type":"video","status":"publish","title_hn":"Delhi Red Fort Blast: जांचकर्ताओं को विस्फोटक के दो नमूने हाथ लगे हैं,बम को लेकर उलझी जांच।","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
Delhi Red Fort Blast: जांचकर्ताओं को विस्फोटक के दो नमूने हाथ लगे हैं,बम को लेकर उलझी जांच।
वीडियो डेस्क, अमर उजाला डॉट कॉम Published by: अभिलाषा पाठक Updated Wed, 12 Nov 2025 06:00 PM IST
Link Copied
देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार शाम हुए कार धमाके को फरीदाबाद के सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल से जुड़े उमर नबी ने अंजाम दिया था। पुलिस ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा निवासी डॉ. उमर की भी धमाके में मौत हो गई। इससे धमाके की कड़ियां पुलवामा से भी जुड़ गई हैं। उमर का शव क्षत-विक्षत होने के कारण पहचानना मुश्किल है। ऐसे में शव की पहचान के लिए उमर की मां का डीएनए सैंपल लिया गया है। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जांच मंगलवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी। इससे स्पष्ट संकेत है कि विस्फोट को सरकार आतंकी कृत्य मान रही है। जांच एजेंसियों का मानना है कि मॉड्यूल का मकसद बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देना था। इस बीच, मृतकों की संख्या 12 हो गई है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, आई 20 कार के रूट का पता लगाने के लिए सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले, जिसमें एक नकाबपोश कार चलाता नजर आ रहा है। यह नकाबपोश उमर ही था। पुलिस ने उमर के पिता गुलाम नबी भट, उसके दो भाइयों और दोस्त सज्जाद समेत कार की खरीद-फरोख्त से जुड़े तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है। अल फलाह विश्वविद्यालय से भी उसके सहकर्मी डॉक्टर हिरासत में लिए गए हैं, फिलहाल उनके नामों का खुलासा नहीं किया गया है।
अधिकारियों ने बताया, उमर को आई 20 कार देने वाले पुलवामा के तारिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार, हमले में जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल का हाथ है, जो कश्मीर, हरियाणा व उत्तर प्रदेश तक फैला है। इसमें तीन डॉक्टरों समेत आठ लोग पकड़े गए थे और करीब 3,000 किलो विस्फोटक बरामद हुआ था। पुलिस छापे के दौरान उमर ने अपनी जगह बदल ली, जिसके कारण वह गिरफ्तारी से बच गया। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा के लेधपोरा निवासी उमर भी फरीदाबाद के अल फलाह मेडिकल कॉलेज में सहायक प्रोफेसर था। सोमवार को फरीदाबाद में छापों में आतंको मॉडयूल के खुलासे के चंद घंटे में ही लाल किले के सामने भीषण धमाका हो गया था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लाल किले व आसपास के रास्तों से सीसीटीवी खंगालने के लिए कई टीमें तैनात की गई हैं। उमर कार में अकेला सवार था। हालांकि सोमवार को पुलिस आयुक्त ने कार में तीन लोगों के होने की बात कही थी।उमर कार में करीब तीन घंटे सुनहरी मस्जिद की पार्किंग में रहा। वह इंटरनेट पर फरीदाबाद में अपने साथियों की गिरफ्तारी की खबरें देखता रहा। जांच एजेंसियों ने उमर की कार के 11 घंटे के रूट की पहचान कर ली है।पुलिस और एजेंसियों ने कश्मीर में छापा मारकर चार लोगों को हिरासत में लिया है। इन चारों में से दो को धमाके और आतंकी मॉड्यूल की पूछताछ के लिए दिल्ली लाया गया है।
दिल्ली पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और विस्फोटक अधिनियम की उन धाराओं में मामला दर्ज किया है जो आतंकी हमले की सजा और साजिश से जुड़ी हैं।जांच एजेंसियों ने मौके से दो कारतूस और दो तरह के विस्फोटकों के नमूने मिले हैं। फोरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) के विशेषज्ञ इनकी जांच में जुटे हैं। इसमें एक अमोनियम नाइट्रेट है। दूसरा विस्फोटक अमोनियम नाइट्रेट से भी ज्यादा घातक बताया जा रहा है। अब तक 40 से ज़्यादा नमूने एकत्र किए जा चुके हैं। अधिकारियों के अनुसार, एफएसएल टीम को घटनास्थल का निरीक्षण करते समय दो कारतूस मिले हैं। दो अलग-अलग तरह के विस्फोटकों के नमूने एकत्र किए हैं। प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि विस्फोटकों में से एक नमूना अमोनियम नाइट्रेट प्रतीत होता है। एक अधिकारी ने कहा, "दूसरा विस्फोटक नमूना अमोनियम नाइट्रेट से ज़्यादा शक्तिशाली माना जा रहा है।एजेंसियां जांच पूरी होने तक इसे आत्मघाती हमला नहीं मान रही। अधिकारियों ने बताया, आशंका है कि उमर गिरफ्तारी के डर से भागा था, बौखलाहट व घबराहट में विस्फोट हुआ। हालांकि यह जांच के बाद ही पता चलेगा कि पूर्वनियोजित आत्मघाती हमला था या दुर्घटनावश ऐसा हुआ।उमर कार में विस्फोटक, संभवतः अमोनियम नाइट्रेट ले जा रहा था। पुलिस की शुरुआती जांच में विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और डेटोनेटर के इस्तेमाल की आशंका है। सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, एनसीआर से लेकर जम्मू-कश्मीर में पुलिस ने आतंकी मॉड्यूल पर कार्रवाई की थी, जिससे उमर डर गया था।सुरक्षा एजेंसियों के धमाके को आत्मघाती हमला नहीं मानने के पीछे तर्क है कि उमर ने कार से सीधे टक्कर नहीं मारी, जैसा कि आत्मघाती हमलावर करते हैं। बम भी पूरी तरह विकसित नहीं था। धमाके से मौके पर कोई गड्ढा भी नहीं हुआ। कोई छर्रे या धातु की कोई अन्य वस्तु भी नहीं बरामद हुई। धमाके के समय कार चल रही थी। आईईडी का इस्तेमाल नहीं किया गया।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।