कोरोना के बाद अब जीका वायरस लोगों को डरा रहा है। पिछले दिनों कानपुर के कुछ इलाकों में कई लोग जिका वायरस से संक्रमित पाए गए। जिका वायरस भी संक्रमण से फैलने वाली बीमारी है और यह भी मच्छर से फैलता है। मुख्य रूप से एडिस मच्छर के काटने से यह मनुष्य में फैलती है और 3 से 14 दिनों के भीतर इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं।जीका वायरस को सबसे पहले युगांडा के जंगलों में पहचाना गया था। यह वायरस एक मामले में दूसरों से अलग है और वो सेक्सुअल ट्रांसमिशन के दौरान भी फैलना...यदि कोई संक्रमित व्यक्ति किसी से यौन संबंध बनाता है तो वह संक्रमण फैला सकता है। वैसे भारत के संदर्भ डब्लूएचओ की तरफ से भारत में इसके प्रभाव को लेकर जानकारी दी गई है। जानकारी के मुताबिक देश में अब तक जिका वायरस की वजह से गर्भवती महिलाओं में माइक्रोसेफेली जिसमें जन्मजात मस्तिष्क की बिमारी होती है ऐसे मामले नहीं मिले हैं और ना ही इसके मरीजों में गुलियन बेरी सिंड्रोम न्यूरोलॉजिकल समस्यायें होती है नहीं मिला है। इसलिए भारतीय जमीन पर इसे अबतक बहुत खतरा नहीं माना गया है पर बढ़ते मामले चिंता जरुर पैदा कर रहे हैं। ये तो बात हो गई जीका वायरस की प्रकृति की आइये अब आपको बताते हैं इसके लक्षण के बारे में... इसके लक्षण भी लगभग डेंगू और मलेरिया जैसे ही होते हैं। शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना, तेज बुखार होना, आंखों में तकलीफ, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द और कमजोरी महसूस होना। ये सारे लक्षण लगभग सभी मच्छर से होने वाली बीमारियों में देखने मिलते हैं। अगर इस तरह के कोई भी लक्षण हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। वैसे जीका वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच डॉक्टर्स ने एक राहत की खबर भी दी है। दरअसल इस वायरस से बहुत ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। डेंगू मलेरिया जैसे ही इस बीमारी का इलाज भी संभव है। आइये बात करते हैं जीका वायरस संक्रमण के निवारण यानी उसके इलाज की... जीका वायरस के खिलाफ कोई प्रभावी टीका नहीं है। मच्छरों के काटने और मच्छरों के प्रसार को रोकने का उपाय ही जिका वायरस के संक्रमण को रोकने का उपाय है। आमतौर पर मच्छरों से बचने के लिए जो उपाय अपनाते हैं जैसे घरों में पानी नहीं जमा होने देना, मच्छरदानी के साथ सोना, हल्के रंग की फुल बाजू के कपड़े पहनना, शरीर के ज्यादातर हिस्से को ढक कर रखना, एयर कंडीशन और ट्रे को खाली करते रहना, फ्रिज के डिफ्रास्ट ट्रे में पानी इक्टठा ना होने देना। वो सारे उपाय जिससे कहीं पानी इकट्ठा ना हो ध्यान रखें...इसके अलावा गर्भवती स्त्रियां विशेष तौर पर अपना ख्याल रखें। जीका वायरस के कुछ मामले कानपुर के इलाके में मिले हैं आपात बैठक के साथ स्वास्थय टीम मौके पर है देश में बहुत मामले नहीं हैं लेकिन सरकार के साथ साथ हमें और आपको भी सावधानी रखनी है ताकि इसे फैलने से रोका जा सके। हमारा मकसद आपको डराना नहीं बल्कि इस वीडियो के माध्यम से सचेत करना है...आप खुश रहें अपना ख्याल रखें फिलहाल इ वीडियो में इतना ही।