{"_id":"68161a98fe49298e3507599c","slug":"fight-between-the-female-principal-and-the-librarian-in-khargone-government-school-khandwa-news-c-1-1-noi1224-2904350-2025-05-03","type":"video","status":"publish","title_hn":"Khargone: सरकारी स्कूल में महिला प्राचार्य और लाइब्रेरियन में पहले चले थप्पड़, फिर हुई पटका पटकी; हुआ निलंबन","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Khargone: सरकारी स्कूल में महिला प्राचार्य और लाइब्रेरियन में पहले चले थप्पड़, फिर हुई पटका पटकी; हुआ निलंबन
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, खरगोन Published by: खंडवा ब्यूरो Updated Sat, 03 May 2025 08:03 PM IST
मध्यप्रदेश के खरगोन जिले से एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां एक सरकारी स्कूल की महिला प्राचार्य और लाइब्रेरियन आपस में भिड़ गईं। यह विवाद स्कूल परिसर में इस हद तक बढ़ गया कि दोनों ने एक-दूसरे की चोटी पकड़कर मारपीट शुरू कर दी। झगड़े का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
घटना खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 8 किलोमीटर दूर स्थित शासकीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की है। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि पहले दोनों महिलाएं प्राचार्य प्रवीण दाहिया और लाइब्रेरियन मधुरानी किसी मुद्दे पर एक-दूसरे से बहस कर रही हैं और एक-दूसरे का वीडियो बना रही हैं। इसी दौरान प्राचार्य ने अचानक लाइब्रेरियन को थप्पड़ जड़ दिया और उनका मोबाइल छीनकर तोड़ दिया। इसके बाद दोनों महिलाओं के बीच जमकर झूमाझटकी हुई। चोटी पकड़कर दीवार से धक्का देने और थप्पड़ मारने तक की नौबत आ गई। स्कूल में ही मौजूद एक अन्य शिक्षक ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया।
घटना के बाद दोनों महिला कर्मचारी अलग-अलग समय पर मेनगांव थाने पहुंचीं और एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने दोनों को मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेजा, जहां प्राचार्य दाहिया को आईसीयू में और लाइब्रेरियन मधुरानी को सामान्य वार्ड में भर्ती किया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग प्रशांत आर्या ने स्कूल और अस्पताल जाकर जांच शुरू की। वहीं, कलेक्टर भव्या मित्तल ने तत्काल प्रभाव से दोनों को उनके पद से हटाने के आदेश जारी किए और फिलहाल उन्हें सहायक आयुक्त के कार्यालय में अटैच कर दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, यह स्कूल दिल्ली से संचालित होता है और यहां बच्चों की पढ़ाई और आवासीय व्यवस्था के लिए हर साल लगभग 5 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की जाती है। प्राचार्य प्रवीण दाहिया पर पहले भी वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लग चुके हैं। मामले की जांच जारी है और रिपोर्ट दिल्ली भेजी जा रही है, ताकि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जा सके।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।