Hindi News
›
Video
›
Madhya Pradesh
›
Ujjain Mahakal: Baba Mahakal adorned himself with cannabis after applying Tripund and Trinetra.
{"_id":"6913e5bc14af72139406d1cc","slug":"baba-mahakal-adorned-with-bhang-decoration-tripund-and-trinetra-luminous-vision-seen-during-bhasma-aarti-ujjain-news-c-1-1-noi1228-3619747-2025-11-12","type":"video","status":"publish","title_hn":"Ujjain Mahakal: त्रिपुंड और त्रिनेत्र लगाकर बाबा महाकाल ने किया भांग से शृंगार, भस्म आरती में हुए अलौकिक दर्शन","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Ujjain Mahakal: त्रिपुंड और त्रिनेत्र लगाकर बाबा महाकाल ने किया भांग से शृंगार, भस्म आरती में हुए अलौकिक दर्शन
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उज्जैन Published by: उज्जैन ब्यूरो Updated Wed, 12 Nov 2025 07:31 AM IST
Link Copied
अगहन मास कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि पर आज बुधवार सुबह भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल के दरबार में हजारों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। इस दौरान भक्तों ने देर रात से ही लाइन में लगकर अपने ईष्ट देव बाबा महाकाल के दर्शन किए। आज बाबा महाकाल भी भक्तों को दर्शन देने के लिए सुबह 4 बजे जागे। जिन्होंने मस्तक पर त्रिपुंड और त्रिनेत्र लगाकर भस्म आरती में दर्शन दिए। जिससे पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से भी गुंजायमान हो गया।
श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में अगहन माह कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि पर आज बुधवार सुबह 4 बजे भस्म आरती हुई। इस दौरान वीरभद्र जी से आज्ञा लेकर मंदिर के पट खुलते ही पण्डे पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। जिसके बाद भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर पंचामृत और फलों के रस से किया गया। पूजन के दौरान प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। पुजारियों और पुरोहितों ने इस दौरान बाबा महाकाल का आकर्षक स्वरूप में शृंगार कर कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को नवीन मुकुट के धारण कराया गया। जिसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल के शिवलिंग पर भस्म अर्पित की गयी। आज के शृंगार की विशेषता यह थी कि आज बाबा महाकाल का त्रिपुंड और त्रिनेत्र लगाकर शृंगार किया गया। इन दिव्य दर्शनों का लाभ हजारों भक्तों ने लिया और जय श्री महाकाल का जयघोष भी किया। मान्यता है कि भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार स्वरूप में दर्शन देते हैं।
प्रशासक प्रथम कौशिक ने किया निरीक्षण
श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर एवं महाकाल लोक में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने, दर्शनार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा समग्र व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित रखने के उद्देश्य से श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक एवं अन्य अधिकारियों द्वारा निरंतर समीक्षा की जा रही है। सुरक्षा कर्मियों को नियमित रूप से ब्रीफिंग एवं मॉक ड्रिल के माध्यम से आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए जा रहे हैं, जिससे किसी भी आकस्मिक स्थिति में तत्परता से कार्रवाई सुनिश्चित हो सके। सुरक्षा की महत्ता को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर एवं महाकाल लोक क्षेत्र में आधुनिक सुरक्षा उपकरणों एवं आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है, ताकि सभी दर्शनार्थियों को सुरक्षित एवं सुचारु दर्शन व्यवस्था प्राप्त हो सके।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।