सीधे चांद पर क्यों नहीं जाता चंद्रयान, बार-बार क्यों लगाता है चक्कर?
अमर उजाला
Mon, 17 July 2023
Image Credit : instagram/isro.in
जब अंतरिक्ष यान को सीधा भी चांद तक भेजा जा सकता है तो चंद्रयान धरती के इतने चक्कर क्यों लगाता है
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दरअसल नासा की तुलना में इसरो के प्रोजेक्ट सस्ते होते हैं सीधे चंद्रमा की कक्षा तक जाने वाले रॉकेट बनाने के लिए करोड़ रुपये लगते हैं
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जबकि इसरो कम ईंधन और कम लागत में ही मिशन पूरा करने की कोशिश करता है
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इसलिए चंद्रयान को धरती के चारों तरफ घुमाते हुए कम ईंधन का इस्तेमाल करके आगे बढ़ाया जाता है
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ऐसे में चंद्रयान-3 को चंद्रमा पर जाने के लिए 42 दिन का समय लगेगा
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इस दौरान यह पांच चक्कर धरती के चारों तरफ लगाना है और फिर लंबी दूरी की लूनर ट्रांजिट ऑर्बिट में यात्रा करेगा और फिर चंद्रमा के चारों ओर भी कक्षाएं बदलेगा
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