अमर उजाला
Tue, 6 May 2025
भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने अपना आपा खो दिया और उनको निशाना बनाने को लेकर कुछ पूर्व खिलाड़ियों की आलोचना की
गंभीर ने नाम तो नहीं लिए लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट करने के लिए पर्याप्त संकेत दिए कि उनके गुस्से का निशाना मुंबई के दो पूर्व भारतीय कप्तान थे जो उनके खेलने के दिनों से ही उनकी आलोचना करते रहे हैं
गंभीर ने कहा, मैं आठ महीने से मुख्य कोच की जिम्मेदारी संभाल रहा हूं। अगर नतीजे नहीं आते हैं तो मुझे आलोचना से कोई दिक्कत नहीं है। आलोचना करना लोगों का काम है। कुछ लोग हैं जो 25 साल से कमेंट्री बॉक्स में बैठे हैं और उन्हें लगता है कि भारतीय क्रिकेट उनकी निजी जागीर है
मुख्य कोच ने कहा, इन लोगों ने मेरी कोचिंग, कनकशन से लेकर चैंपियंस ट्रॉफी की पुरस्कार राशि के वितरण तक पर सवाल उठाए हैं। भारतीय क्रिकेट किसी की निजी संपत्ति नहीं है और यह 140 करोड़ भारतीयों की संपत्ति है
गंभीर ने टेस्ट और वनडे टीम के कप्तान रोहित शर्मा के साथ अपने मतभेदों को लेकर चल रही अटकलों को भी खारिज किया
गंभीर ने कहा, ये लोग कौन हैं जो ये सब बातें कह रहे हैं? ये अटकलें विशेषज्ञों और यूट्यूब चैनल चलाने वालों द्वारा लगाई जा रही हैं। दो महीने पहले एक कोच और एक कप्तान ने मिलकर चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी
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