अमर उजाला
Thu, 20 July 2023
वह हल्दूचौड़ क्षेत्र के गांवों में भीख मांगने आता था और यहां पंचायतघर में एक झोपड़ी डालकर रहता था। माही की कुंडली में कालसर्प योग था। वह नाग की पूजा कराना चाहती थी। इसके लिए आठ महीने पहले किसी ने सपेरे को माही से मिलवाया था। उसके बाद से माही और सपेरे के बीच दोस्ती हो गई।
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