'भगवान' ने जब 'मंथरा' को दी सजा अपने दौर की चर्चित अभिनेत्री ललिता पवार की आज डेथ एनिवर्सरी है ललिता को उनके नेगेटिव किरदारों की वजह से अलग पहचान मिली ललिता के नेगेटिव रोल करने के पीछे भी एक कहानी है, एक हादसे के बाद उन्होंने ऐसा करना शुरू किया यह हादसा तब हुआ, जब ललिता पवार वर्ष 1942 में भगवान दादा के साथ फिल्म 'जंग-ए-आजादी' की शूटिंग कर रही थीं इस फिल्म की शूटिंग के दौरान भगवान दादा को ललिता पवार को थप्पड़ मारना था मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भगवान दादा ने ललिता पवार के थप्पड़ इतनी जोर से मारा कि एक्ट्रेस की एक आंख खराब हो गई ललिता को ठीक होने में तीन वर्ष से ज्यादा लगे, जब उन्होंने कमबैक किया तो सब बदल चुका था, उन्हें लीड रोल की जगह साइड रोल मिलने लगे थे ललिता को मुख्य रूप से रामायण में मंथरा का रोल अदा करने के लिए जाना जाता है -------------