इन उम्दा डायलॉग्स से खिला 'गुलमोहर' मनोज बाजपेयी और शर्मिला टैगोर स्टारर फिल्म गुलमोहर डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हो चुकी है बेहद करीने से रचे गए इस फिल्म के डायलॉग्स दिल को छू जाते हैं आइए आपको चंद बेहतरीन डायलॉग्स से रूबरू कराते हैं सुनोगे तो सुरों में तैरते रहोगे इस घर में हो क्या रहा है? दोस्त हैं, ज्योतिषी नहीं कि दिमाग की कुंडली पढ़कर भविष्यवाणी समझ लें यह सुबह-सुबह जलेबी क्या बना रहे हो, ढंग से बता नहीं सकता चाय-चाय-चाय... बतरास और चाय... मैंने तो स्कूल में ही कहा था हाथ पकड़ ले मेरा... कभी-कभी लगता है एक ही घर में रहते हैं, लेकिन कोई किसी को नहीं जानता इंग्लिश की पूरी भाषा तुमको सह रही है सीक्रेट पैसों का पेड़ है तुम्हारे पास? आज तक एक कॉक्रोच तो मार नहीं पाए, थप्पड़ मारोगे सबको यह आई लव यू बोलने के लिए किसी स्कूल-कॉलेज का जरूरत नहीं पड़ता, इसके लिए अपना शाहरुख खान का पिक्चर ही काफी है क्या साइलेंट पिक्चर दिखाकर इमोशन का परीक्षा ले रहे हो? हमारा ज्ञान हो गया है खत्म... जय हिंद जय भारत प्यार इतना डरकर या सोच-समझकर नहीं किया जाता है दो मंजिलों का घर तो बन गया, कमरे भी बढ़ गए, पर इस एक घर में न जाने कब हम सबने अपने-अपने कमरों में खुद के घर बना लिए अहम और शर्मिंदगी से आगे बढ़ने के लिए मर्दों को ज्यादा वक्त लगता है यादों को हमेशा छन्नी कर लेना चाहिए... वो अच्छी वाली सब साथ अपने पास... बाकी सबको भुलाने के लिए पीछे छोड़ देना चाहिए मनोरंजन