अमर उजाला
Sat, 31 May 2025
31 मई को देश में कुल एक्टिव केस बढ़कर 3395 हो गए हैं।
NB.1.8.1 की प्रकृति को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने इसे वैरिएंट ऑफ मॉनिटरिंग के रूप में वर्गीकृत कर दिया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, NB.1.8.1 वैरिएंट और संक्रमण से घबराने की नहीं, सावधान रहने की जरूरत है।
चूंकि समय के साथ शरीर में बनी इम्युनिटी भी कमजोर होती जाती है, इसलिए ये वायरस प्रभावी रूप से फैल रहा है।
कोमोरबिडिटी या कमजोर इम्युनिटी वालों को इससे संक्रमण का खतरा अधिक हो सकता है।
फैटी लिवर हो गया तो परेशान क्यों होना? करें ये उपाय