शादी से जुड़े 7 कानून जो पुरुषों को पता होने चाहिए दहेज लेना या मांगना कानूनन अपराध है, सीधे या इशारों में भी सज़ा और जुर्माना हो सकता है। पत्नी का अपमान, मानसिक दबाव या शारीरिक हिंसा आपराधिक मामला बन सकता है, तुरंत तलाक़ की कार्यवाही हो सकती है। धारा 498A के तहत पत्नी पति या उसके परिवार पर क्रूरता का केस दर्ज करा सकती है। पत्नी बेरोज़गार हो तो अदालत अलगाव के दौरान या बाद में मासिक भरण-पोषण तय कर सकती है। पत्नी को वैवाहिक घर में रहने का कानूनी अधिकार है, भले ही घर पति के माता-पिता के नाम हो। गलत आरोप की स्थिति में पुरुष मानहानि, काउंटर FIR या 498A के दुरुपयोग पर क्वैशिंग की अर्जी दे सकता है। बच्चे की कस्टडी में कानून बच्चे के सर्वोत्तम हित को देखता है, लिंग नहीं। लाइफस्टाइल