इंडियन vs वेस्टर्न, कौन सा टॉयलेट है सेहत के लिए बेहतर? इंडियन टॉयलेट में बैठने की मुद्रा प्राकृतिक होती है, जिससे आंतें आराम से साफ होती हैं और कब्ज कम होता है। वेस्टर्न टॉयलेट आरामदायक तो है, लेकिन लंबे समय तक बैठना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इंडियन टॉयलेट पेल्विक मसल्स मजबूत करता है और पाचन सुधरता है। वेस्टर्न टॉयलेट बुजुर्गों व गर्भवती महिलाओं के लिए सुविधाजनक है। इंडियन टॉयलेट से बवासीर व पेट संबंधी समस्याओं में राहत मिलती है। दोनों टॉयलेट के अपने फायदे हैं, लेकिन सेहत की दृष्टि से इंडियन टॉयलेट ज्यादा लाभकारी माना जाता है। लाइफस्टाइल