अमर उजाला
Wed, 15 June 2022
बकावां के बारे में कहा जाता है कि यहां का हर कंकर शंकर है
नर्मदा नदी से निकलने वाले पत्थरों से नर्मदेश्वर शिवलिंग का निर्माण किया जाता है
बकावां देश का इकलौता गांव है जहां नर्मदेश्वर शिवलिंग मिलते हैं
बकावां गांव के करीब 100 परिवार शिवलिंग निर्माण का काम कर रहे हैं, नर्मदेश्वर शिवलिंग बनाने की परंपरा करीब 150 साल से जारी है
कहा जाता है मालवा की शासिका देवी अहिल्या बाई होलकर ने इस गांव से पहला शिवलिंग बनवाया था, जिसके बाद यह क्रम लगातार जारी है
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