इंदौर: जानें क्यों तीन साल की बच्ची ने लिया संथारा

अमर उजाला

Fri, 2 May 2025

Image Credit : Amar ujala
इंदौर में एक तीन साल की बच्ची वियाना को संथारा दिलाने का मामला सामने आया है, जिसने पूरे जैन समाज और देशभर में चर्चा पैदा कर दी है
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बता दें कि वियाना को एक वर्ष पूर्व ब्रेन ट्यूमर की गंभीर बीमारी से पीड़ित पाया गया था, जिसका इलाज मुंबई में चल रहा था

 
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वियाना के माता-पिता पीयूष और वर्षा जैन ने बताया कि 21 मार्च को जैन मुनि श्री के सुझाव पर उसे संथारा दिलाया गया
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धार्मिक प्रक्रिया के चंद मिनटों बाद ही बच्ची का निधन हो गया
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जैन समाज द्वारा इस निर्णय के लिए माता-पिता का सम्मान किया गया और दावा किया गया कि इतनी कम उम्र में संथारा दिलाने का यह पहला मामला है, जिसे 'गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' में भी दर्ज किया गया है
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संथारा की यह धार्मिक विधि आध्यात्मिक संकल्प अभिग्रह-धारी राजेश मुनि महाराज और सेवाभावी राजेन्द्र मुनी महाराज साहब के सान्निध्य में पूरी की गई
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वियाना के माता-पिता पीयूष और वर्षा जैन दोनों ही आईटी प्रोफेशनल हैं। उनका कहना है कि उनकी बेटी जैन धर्म के सर्वोच्च व्रत “संथारा” को धारण करने वाली विश्व की सबसे कम उम्र की बालिका बन गई है
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वियाना की यह आध्यात्मिक यात्रा आज पूरे समाज के लिए एक गहन विचार और प्रेरणा का विषय बन गई है
 
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