क्या आपने देखे हैं गोभी के ये रंग? सेहत के लिए है फायदे का सौदा सफेद और हरी गोभी (ब्रोकली) के अलावा अब नारंगी और बैगनी रंग की गोभी भी देखने को मिलेगी इन रंगीन गोभियों में कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम और जिंक की मात्रा अधिक होती है कृषि विज्ञान केंद्र, सागर में इन गोभियों की प्रायोगिक खेती की गई है रंगीन गोभी की होटल और रेस्टोरेंट में अच्छी मांग देखी जा रही है इस नई किस्म की गोभी से किसानों को पारंपरिक गोभी की तुलना में चार गुना ज्यादा दाम मिलने की उम्मीद है यह फसल सिर्फ 80 दिनों में पककर तैयार हो जाती है और प्रति गोभी का वजन 1-2 किलो होता है इस गोभी का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) मजबूत होता है इसमें मौजूद पोषक तत्व बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हैं टमाटर के साथ इसे लगाने से कीट-व्याधियों का खतरा कम होता है और उर्वरक व श्रम की बचत होती है सागर क्षेत्र में गोभी का अधिक उत्पादन होता है, लेकिन पारंपरिक गोभी का मूल्य कम मिलता है। नई रंगीन किस्में अधिक कीमत दिलाने में मदद करेंगी मध्य प्रदेश