क्या फौजी की बेटी बन पाएगी राजस्थान की CM राजस्थान में आम आदमी पार्टी की महिला विंग की कमान बाड़मेर की गायत्री बिश्नोई के हाथ में हैं प्रदेश में होने वाले चुनाव को देखते हुए गायत्री पार्टी के प्रचार-प्रसार में लगी हैं गायत्री बाड़मेर के छोटे से गांव भलीसर की रहने वाली हैं, करीब एक 1.5 साल पहले वे आप के साथ जुडीं थीं 3 महीने पहले आप हाईकमान ने गायत्री को प्रदेश की महिला विंग की कमान सौंपी थी इसके बाद से गायत्री पार्टी को आगे बढ़ाने में जुटी हुई हैं इससे पहले गायत्री ने पत्रकारिता की, दूरदर्शन, मीडिया प्रोडक्शन हाउस, दृशम फिल्म प्रोडक्शन हाउस सहित कई अन्य जगह काम किया लेकिन, अब वे सब कुछ छोड़कर पूरी तरह से राजनीति में सक्रिय हो गई हैं गायत्री बिश्नोई ने बताया- मेरी इच्छा राजनीति में जाने की नहीं थी, मैंने एनजीओ के जरिए गांव-गांव ढाणी तक लोगों से मिली हूं हमेशा से समाज सेवा करने का सपना था, सीएम अरविंद केजरीवाल के भाषण सुनकर प्रभावित हुई, इसके बाद पार्टी से जुड़ गई गायत्री के पिता बीराराम बिश्नोई आर्मी में सूबेदार मेजर के पद से साल 2006 में रिटायर्ड हुए हैं उनका सपना है कि उनकी बेटी गायत्री एक दिन राजस्थान की सीएम बने हालांकि, ये तो समय ही बताएगा कि गायत्री अपने पिता का ये सपना पूरा कर पाएंगी या नहीं हालांकि, ये तो समय ही बताएगा कि गायत्री अपने पिता का ये सपना पूरा कर पाएंगी या नहीं