अमर उजाला
Thu, 18 September 2025
19 सितंबर को आश्विन माह का पहला प्रदोष व्रत रखा जा रहा है
मान्यता है कि इस दिन पूजा-अर्चना और उपवास रखने से साधक को मानसिक शांति की प्राप्ति होती हैं
इसके अलावा जीवन पर महादेव की विशेष कृपा भी बनी रहती है
हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत को शिव जी को प्रसन्न करने के लिए एक अवसर के समान माना जाता है
यदि इस दिन उन्हें केवल बेलपत्र चढ़ाया जाए, तो सभी इच्छाएं पूरी होती हैं
9 या 10 इस बार कितने दिन की होगी शारदीय नवरात्रि ?