अमर उजाला
Sun, 31 August 2025
ऐसे में 5 सितंबर 2025 को प्रदोष व्रत रखा जाएगा, इस दिन शुक्रवार होने के कारण यह शुक्र प्रदोष कहलाएगा
इस दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से मानसिक शांति, अच्छी सेहत और कर्ज से राहत मिलती हैं
वहीं भादों शुक्ल के प्रदोष व्रत पर शाम 6 बजकर 38 मिनट से रात 8 बजकर 55 मिनट के बीच पूजा का शुभ मुहूर्त बना रहेगा
इसके अलावा इस दिन शोभन, सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग होने से तिथि की महत्ता कई गुना बढ़ गई है
इस संयोग में शिवलिंग पर जल अर्पित करने से भाग्योदय होने के योग का निर्माण होता है
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