अमर उजाला
Sun, 14 December 2025
पंचांग के मुताबिक, पौष माह की अमावस्या तिथि 19 दिसंबर, शुक्रवार को सुबह 4 बजकर 59 मिनट से प्रारंभ होगी
यह तिथि अगले दिन 20 दिसंबर, शनिवार को सुबह 7 बजकर 12 मिनट तक रहेगी
पौष अमावस्या 19 दिसंबर को मानी जाएगी
इसलिए स्नान, दान और अमावस्या से जुड़े सभी शुभ कार्य भी इसी दिन किए जाएंगे
मान्यता है कि, पौष अमावस्या पर पितरों को तर्पण, स्नान और दान करने से उनकी कृपा मिलती हैं
साथ ही वह प्रसन्न होकर वंशों पर अपनी कृपा बरसाते हैं
शास्त्रों के मुताबिक, जब पितर संतुष्ट होते हैं, तो पितृ दोष समाप्त होता है, घर में सुख-समृद्धि आती है और जीवन की रुकावटें कम होने लगती हैं
इसलिए आप इस दिन पितरों को प्रसन्न करने के लिए वस्त्र, अन्न, धन सहित कुछ वस्तुओं का दान कर सकते हैं, यह कल्याणकारी होता है
पौष अमावस्या पर लाभ-उन्नति का मुहूर्त सुबह 8:26 बजे से 9:43 बजे तक है, जबकि अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त 9:43 बजे से 11:01 बजे तक रहेगा
दिसंबर में कब है सफला एकादशी ?