अमर उजाला
Tue, 15 April 2025
इस बार यह पर्व विकट संक्रष्टि के रूप में 16 अप्रैल को मनाया जाएगा
वैशाख माह में संक्रष्टि चतुर्थी 16 अप्रैल को दोपहर 1 बजकर 16 मिनट पर शुरू होकर 17 अप्रैल दोपहर 3 बजकर 23 मिनट तक रहेगी
वैदिक पंचांग के अनुसार संकष्टी चतुर्थी पर अमृत और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है
यदि आपका मकान दक्षिण मुखी है तो 16 अप्रैल को अपने मुख्य द्वार के मध्य में आगे और पीछे एक-दूसरे से मिले हुए गणेश जी की फोटो या मूर्ति लगाएं
गुप्त शत्रु परेशान कर रहे हैं तो दुकान या ऑफिस पर पश्चिम या ईशान कोण में गणेश जी की बायीं ओर सूंड वाली मूर्ति रखें
गणेश जी की बड़े पेट वाली मूर्ति यदि घर में स्थापित की जाये तो घर में कोई भी नकारात्मक ऊर्जा नहीं रहती
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