अमर उजाला
Sun, 23 February 2025
एकादशी तिथि पर व्रत का संकल्प किया जाता है और पालनहार श्री हरि विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है
फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी और फाल्गुन कृष्ण एकादशी के रूप में भी जाना जाता है
इस व्रत के बारे में पद्म पुराण और स्कन्द पुराण में भी जानकारी दी गई है
विजया एकादशी के व्रत का संकल्प इस बार सोमवार, 24 फरवरी को किया जाएगा
पूजा का शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त में सुबह के 05 बजकर 11 मिनट से मुहूर्त शुरू होकर 06 बजकर 01 मिनट तक रहेगा
विजय मुहूर्त में दोपहर 02 बजकर 29 मिनट से मुहूर्त शुरू होकर 03 बजकर 15 मिनट तक रहेगा
गोधूलि मुहूर्त में शाम के समय 06 बजकर 15 मिनट से मुहूर्त शुरू होकर 06 बजकर 40 मिनट तक रहेगा
निशिता मुहूर्त रात्रि 12 बजकर 09 मिनट से 12 बजकर 59 मिनट तक
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