अमर उजाला
Mon, 14 October 2024
पौराणिक कथाओं के अनुसार, रावण का वध करने और 14 साल के वनवास के बाद श्री राम अयोध्या लौटे
लेकिन राम पर रावण वध का पाप था इस पाप से मुक्त होने के लिए ऋषि-मुनियों के आदेश पर राजसूय यज्ञ कराया गया
तब मुग्दल ऋषि ने भगवान राम और माता सीता को यज्ञ के लिए अपने आश्रम में बुलाया
ऐसे में माता सीता ने कार्तिक शुक्ल की षष्ठी तिथि को सूर्यदेव की उपासना की और व्रत रखा
राम-सीता पूरे छह दिनों तक मुग्दल ऋषि के आश्रम में रहकर पूजा-पाठ किए और सूर्य देव की उपासना की
इस तरह छठ पर्व का इतिहास रामायण काल से भी जुड़ा है
करवा चौथ व्रत से पहले सरगी में जरूर शामिल करें ये चीजें